बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने प्रेस कांफ्रेस कर मिट्टी घोटाले को उजागर किया था. उन्होंने कहा कि बिहार के सबसे बड़ा मॉल सगुना मोड़ पर बनाया जा रहा है जिसका सम्बन्ध लालू यादव के परिवार से है. इस मॉल से निकाली गई मिट्टी को बिना टेंडर के संजय गांधी जैविक उद्यान को 90 लाख में बेचा गया है.
जिसके बाद बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया था. वहां से शुरू हुआ था महागठबंधन में दरार और अंत में यह टूट ही गया. मॉल की मिट्टी को चिड़ियाघर में बेचने के मामले में न्यूज एजेंसी ANI के हवाले से खबर आ रही है कि मिट्टी घोटाला में निगरानी ने जांच का आदेश दे दिया है. इस मामले में बिहार सरकार ने निगरानी को जांच का जिम्मा सौंपा है. इस मामले में लालू यादव के बड़े पुत्र पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव आरोपी हैं. उस दौरान सुशील मोदी ने कहा था कि कानूनन रात में संजय गांधी जैविक उद्यान में कोई गाड़ी प्रवेश नहीं कर सकती है लेकिन उसके बावजूद भी बड़ी गाड़ियों का उपयोग कर संजय गांधी जैविक उद्यान में मिटटी पहुँचाया गया.