इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव कोरोना महामारी के बीच में आयोजित होने से बेहद खास हो गया है। देश ही नहीं दुनिया की नजर बिहार चुनाव इस पर है। लोग सिर्फ यहां की राजनीति नहीं जानना चाहते बल्कि यह भी देखने में जुटे हैं कि कोरोना काल में आखिर चुनाव आयोग सुरक्षित तरीके से चुनाव कैसे करवाएगी ? क्या राजनीतिक पार्टियां ज़िम्मेदारी के साथ महामारी के नियमों का पालन करेंगी ?। बिहार चुनाव पूरे दुनिया में पहला ऐसा चुनाव है जो कोरोना काल में हो रहा है। ऐसे में चुनाव आयोग ने भी इसके लिए विशेष तैयारी की है। पार्टियां अभी तक वैसे तो वर्चुअल रैलियां कर रही थी, लेकिन कार्यकर्ता और नेता दोनों इस वर्चुअल रैलियों से उत्साहित नज़र नहीं आ रहे थे । बात सत्ता की कुर्सी की है ,जीत जरूरी है यैसे में सभी राजनीतिक पार्टियों ने एक्चुअल रैलीयां शुरू कर दी हैं।
गया में इसकी शुरूआत भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई है। इसके बाद अन्य दल भी जोर शोर के साथ मैदान में कूद गए हैं । बुधवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अलग अलग जगहों पर चार रैलियां हुईं । पीएम मोदी भी 22 अकटुबर को बिहार चुनाव का शंख नाद करेंगे । पीएम मोदी और नीतीश कुमार की एक साथ रैलियों का ब्लू प्रिंट भी तैयार हो गया है। हालांकि अभी तारीख का ऐलान नहीं हुआ है। चिराग पासवान 21 से रैली करेंगे तो वहीं राहुल और प्रियंका की रैली की तारीखें भी तय हो गई हैं।
राहुल गांधी जहां छह चुनावी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे वहीं प्रियंका भी तीन जनसभाओं को संबोधित करेंगी। जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी का वर्चुअल संवाद 21, 24, 27, 29, एक और पांच नवम्बर को होगा। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल हर दिन दो चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। हालांकि पार्टी ने अभी इसका कार्यक्रम जारी नहीं किया है। एकाध साझा रैली की भी तैयारी की जा रही है जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के अन्य नेता मंच साझा करेंगे। वहीं बिहार चुनाव में पार्टी ने अपने खास रणनीतिकारों रणदीप सुरजेवाला और मोहनप्रकाश को कमान सौंपी है। वो गुरुवार को बिहार पहुंच रहे हैं ।
भाजपा नेताओं का भी चुनावी दौरा तेज हो गया है ।
पहले चरण के नाम वापसी की तिथि समाप्त होने और दूसरे व तीसरे चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होते ही भाजपा नेताओं का चुनावी कार्यक्रम तेज हो गया है। पार्टी के चार हेलिकॉप्टर से बिहार भाजपा के आला नेताओं का चुनावी दौरा शुरू हो गया है। साथ ही नेताओं के नामांकन में भी पार्टी के बड़े नेताओं के जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और विधानसभा पार्षद सम्राट चौधरी बड़हरा और गया के वजीरगंज में चुनावी जनसभा को संबोधित कर चुके हैं। जबकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधामोहन सिंह ने भी बुधवार को बेतिया में न 12 चकिया की जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद इन दोनों नेताओं की सभा रक्सौल में भी डेढ़ बजे हुई। आरा के रमना मैदान में भी बीजेपी की चुनावी जनसभा हुई। वहीं बिहार प्रभारी सांसद भूपेन्द्र यादव बुधवार को ही बाढ़ में बीजेपी चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करते हुए लोगों से रु-ब-रु हुए। बिहार का चुनावी मोर्चा संभाले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और मंत्री मंगल पांडेय भी बुधवार को काफी एक्टिव रहे इन्होंने मधुबनी के राजनगर और मधुबनी शहर व लहेरियासराय में जनसभा अपनी जनसभाएं की।
नेता जब ज़मीन पर उतरे तो विपक्षी पार्टी को आड़े हाथ लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी । जम कर लालू यादव और महागठबंधन पर बरसे और लालू के 15 साल के जंगल राज को याद दिलाते हुए विकास की राग से जनता को साधने की कोशिश की । उधर लालू यादव और तेजस्वी यादव भी नीतीश कुमार और बीजेपी पर धारदार पलटवार करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी ।