बिहार अपडेट, पटना : बिहार में कोरोना महामारी के बीच राज्य को पटरी पर लाने के उपायों को लागू करने के साथ साथ बिहार सरकार चुनावी मोड में आती दिखाई दे रही है। बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार द्वारा बुधवार को पटना में वित्तीय वर्ष 2019-20 से लेकर अभी तक भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा कार्यान्वित सभी पूर्ण योजनाओं का उद्घाटन तथा प्रस्तावित योजनाओं का शिलान्यास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। इस दौरान कृषि मंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि आज कृषि विभाग के अंतर्गत भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा पूरी की गयी कुल 675 योजनाओं का उद्घाटन किया गया है। साथ ही, इस निदेशालय की 133 योजनाओं का शिलान्यास भी किया गया है।
कृषि मंत्री ने बताया कि इन योजनाओं की कुल लागत 3006.69 लाख रुपये है। इसमें 244 पक्का चेक डैम, 97 साद अवरोधक बांध, 154 आहर-पइन का जीर्णोद्धार, 18 शुष्क बागवानी, 82 जल संग्रहण टैंक और 60 कुआं निर्माण की योजनाओं का उद्घाटन किया गया है। इसके साथ ही, 15 चैक डैम, 01 साद अवरोधक बांध, 41 आहर-पइन जीर्णोद्धार, 12 शुष्क बागवानी, 02 फार्म पॉण्ड, 22 जल संग्रहण टैक और 40 कुआं निर्माण की योजनाओं का शिलान्यास किया गया।
मंत्री जी कहा कि लॉकडाउन में तेजी से कार्य कराये जा रहे है, जिसमें कोरोना के दौरान राज्य में वापिस आये कामगारों को बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। भूमि संरक्षण विभाग द्वारा 01 लाख 38 हजार 175 रोजगार दिवस सृजित किए गये हैं। उन्होंने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि अरवल जिला में 8, औरंगाबाद में 119 बांका में 52, भागलपुर में 10, भोजपुर में 20, बक्सर में 15, गया में 225, जमुई में 16 जहानबाद में 30. कैमूर में 35, लखीसराय में 9, मुंगेर में 30, नालंदा में 14, नवादा में 21, पटना में 30, रोहतास में 30 एवं शेखपुरा जिला में 11 योजनाओं का उद्घाटन किया गया है। इसके साथ ही गया में 122 और शेखपुरा में 11 योजनाओं का शिलान्यास भी किया गया।
उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण जारी लॉकडाउन में बेरोजगारों के लिए अधिक से-अधिक रोजगार के अवसर सृजित किया जाये। कृषि मंत्री ने कहा कि इन योजनाओं के कार्यान्वयन से घर लौटे लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध होगा। उन्हें अपना घर छोड़कर अब कहीं जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।