उत्तर प्रदेश में भीम आर्मी के सहारनपुर अध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की हत्या कर दी गई है. हाल ही में सुर्खियों में आए इस संगठन के समर्थकों ने आरोप लगाया है कि इस हत्या के पीछे राजपूत समुदाय का हाथ है. पुलिस ने मृतक की मां की शिकायत पर राजपूत महासभा के अध्यक्ष शेर सिंह राणा के अलावा कान्हा राणा, नरेंद्र राणा और उपदेश राणा के खिलाफ हत्या और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. सहारनपुर के एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है.
भीम आर्मी के समर्थकों का यह भी आरोप है कि इस हत्या के लिए पुलिस और जिला प्रशासन जिम्मेदार है. संगठन के सदस्य रॉबिन गौतम ने कहा कि राजपूतों द्वारा महाराणा प्रताप जयंती के दिन रैली निकालने को लेकर उन्होंने पहले से आपत्ति जताई थी, इसके बावजूद प्रशासन ने रैली की इजाजत दी. उन्होंने बताया कि रैली रामनगर स्थित दलित बस्ती के पास से निकाली गई जिसमें शेर सिंह राणा और उसके सहयोगियों ने भी हिस्सा लिया. गौतम ने यह दावा भी किया कि शेर सिंह राणा ने वीडियो के जरिये दो दिन पहले कमल वालिया को गंभीर नतीजे की धमकी दी थी. उनके मुताबिक इसकी रिपोर्ट तुरंत एसएसपी और दूसरे अधिकारियों को दी गई थी, लेकिन वालिया परिवार को कोई सुरक्षा नहीं दी गई.
पुलिस अधिकारी जब घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें दलितों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. भीम आर्मी ने डीएम को एक ज्ञापन सौंप कर अपील की है कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक प्रबल प्रताप सिंह और महाराणा प्रताप जयंती के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. वहीं, सहारनपुर रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक शरद सचिन के मुताबिक शुरुआती जांच से लगता है कि यह एक दुर्घटना हो सकती है. उन्होंने शेर सिंह राणा द्वारा वीडियो के जरिये धमकी देने के आरोपों पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसे किसी वीडियो की जानकारी नहीं है.
एक साल पहले भी सहारनपुर में दलित और राजपूत समुदाय के बीच भारी हिंसा हुई थी. इसमें व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. ताजा घटना के बाद प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है. इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगा दी गई है.