बैंकिंग क्षेत्र की आंतरिक व्यवस्था पर प्रहार – द ड्रीम जॉब

बैंकिंग क्षेत्र की आंतरिक व्यवस्था पर प्रहार – द ड्रीम जॉब
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आम तौर पर युवाओं में बैंकिंग क्षेत्र के प्रति काफी आकर्षण रहता है लेकिन हर क्षेत्र की तरह इस क्षेत्र की भी अपनी कुछ आंतरिक समस्या हैं जिनसे स्टाफ को दो चार होना पड़ता है । कुछ तो इस समस्याओं को अपनाकर इसी के बीच रच बस जाते हैं तो कुछ घुटते रहते हैं । बैंकिंग क्षेत्र की इन्ही आंतरिक व्यवस्था पर प्रहार कर रही है फ़िल्म द ड्रीम जॉब ।
 रियल रील प्रोडक्शन प्रस्तुत   द ड्रीम जॉब का निर्माण विनोद अदासकर, संतोष पाटिल, बी वी चोपड़े , एस गोरे और मुकेश मिश्रा ने किया है । फ़िल्म के लेखक निर्देशक और गीतकार की भूमिका अदा की है मुकेश मिश्रा ने । बैंक में महत्वपूर्ण पद पर 5 बरसो तक काम करने के बाद उन्होंने मनोरंजन के क्षेत्र में कदम रखा है । बैंकिंग क्षेत्र के अपने इन्हीं अनुभवों को उन्होंने पर्दे पर एक संगीतमय मनोरंजक फिल्म के रूप में उतारा है । द ड्रीम जॉब में जुबेर के खान , प्रसाद शिखडे, साध्वी भट्ट,  ऋतम्भरा श्रोत्रिय और विकास श्रीवास्तव  आदि अभिनय के मंझे हुए कलाकार हैं । मुकेश मिश्रा ने बताया कि फ़िल्म में मिका सिंह , ममता शर्मा, नीति मोहन , नकास अज़ीज़ , ऐश्वर्या निगम , विशाल मिश्रा , मनोज तिवारी और जावेद अली जैसे नामचीन गायकों ने संगीतकार काशी – रिचर्ड  और विशाल मिश्रा के संगीत निर्देशन में अपनी आवाज दी है । द ड्रीम जॉब के संबंध में मुकेश मिश्रा ने बताया कि बैंकिंग क्षेत्र में कार्यरत लाखो लोगो को यह  फ़िल्म उनकी अपनी कहानी लगेगी । द ड्रीम जॉब 21 जुलाई को रिलीज हो रही है ।

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