भारत की पीवी सिंधु ने दमदार प्रदर्शन का सिलसिला जारी रखते हुए रविवार को कोरिया ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 2-1 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया. इसके साथ ही सिंधु ने ओकुहारा से विश्व चैंपियनशिप की फाइनल में मिली हार का बदला भी ले लिया.
कोरिया ओपन सुपर सीरीज़ के फ़ाइनल में टक्कर दो बराबर के खिलाड़ियों के बीच थी. वर्ल्ड नंबर 5 पीवी सिंधु के सामने वर्ल्ड नंबर 6 जापान की नोज़ोमी ओकुहारा थीं. शुरुआत में ही लंबी रैली के पॉइंट्स ने साफ किया कि दोनों में से कोई भी खिलाड़ी पीछे हटने वालों में से नहीं है. इन खिलाड़ियों के बीच एक के बाद एक जोरदार रैली देखने को मिली. 14-13 के स्कोर पर सिंधु ने 36 शॉट्स की रैली के साथ स्कोर 14-14 से बराबर किया. दोनों के बीच इससे पहले हुए 7 मैचों में स्कोरलाइन 4-3 से ओकुहारा के पक्ष में थीं, जिसे वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल में हार के बाद सिंधु इस फाइनल में जीत के साथ बराबर करना चाहती थीं. 17-16 के स्कोर पर 42 शॉट की रैली के साथ सिंधु ने स्कोर 17-17 से बराबर किया.
सिंधु पर दूसरे ही गेम में थकान नजर आने लगी थी. ओकुहारा ने दूसरा गेम 21-11 से जीत कर मैच में 1-1 से बराबरी की. तीसरे और फाइनल गेम में लय ओकुहारा के पास थी और दबाव सिंधु पर. ओकुहारा की बेजा गलतियों के साथ सिंधु की उम्मीदें बनी हुई थीं. सिंधु कोरिया ओपन पर कब्जा करने वाले पहली भारतीय खिलाड़ी बन गयी हैं. 1991 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट के 26 साल के इतिहास में इससे पहले किसी भारतीय शटलर को खिताबी सफलता नहीं मिली थी. सिंधु ने 2017 में तीसरे खिताब पर कब्जा जमाया. उन्होंने इस साल सैयद मोदी इंटरनेशनल और इंडिया ओपन सुपर सीरीज का टाइटल हासिल किया था. सिधु ने कोरिया ओपन पर कब्जा करने के साथ ही करियर का तीसरा सुपर सीरीज खिताब अपने नाम कर लिया.