बिहार अपडेट, नई दिल्ली 25/09/19- पीजीडीएवी महाविद्यालय, नेहरू नगर के प्रांगण में मेधाविनी सिन्धु सृजन और महिला विकास प्रकोष्ठ के सौजन्य से “Abrogation of Articles 370 and 35A :A Step Towards Women Empowerment पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर हिन्दू जागरण मंच के सुशील कुमार यादव, आर्टिकल 370 के विशेषज्ञ और सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता यशराज बुंदेला और पीजीडीएवी महाविद्यालय की प्राध्यापक सुश्री रेणुका धर रहीं। गोष्ठी में महाविद्यालय के प्राध्यापक और लगभग 100 से अधिक छात्र शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्षा डॉ रुक्मिणी जैन ने किया ।
रेणुका धर ने जम्मू कश्मीर की नागरिक होने के कारण अपना व्यक्तिगत अनुभव बताया कि उन सभी के लिए ऐसे निर्णय एक भावनात्मक निर्णय के समान हैं।ये आर्टिकल उनपर शरियत जैसा मालूम पड़ता था।
सुशील कुमार यादव ने कहा कि नारी की ताक़त तो ईश्वर को ही गर्भ धारण करने की है । वह सशक्त है और अच्छे संस्कार मातृशक्ति को और मजबूत करते हैं। मुख्य वक्ता श्री यशराज बुंदेला जी ने विस्तृत रूप से बताया कि कैसे कश्मीर भारतीय संस्कृति का उद्गम स्थल है और शारदा पीठ का स्थान जम्मू कश्मीर में है। 35A -आर्टिकल 370 का ही एक प्रावधान था ।पंचायती राज , सूचना का अधिकार , शिक्षा का अधिकार जैसे बहुत से प्रावधान हैं जो जम्मू कश्मीर में लागू नही होते हैं। मेधाविनी सिधु सृजन की कार्यकारिणी सदस्य डॉ रूबी मिश्रा ने राष्ट्र सेविका समिति के प्रबुद्व वर्ग मेधाविनी सिंधु सृजन की गतिविधियों को प्रस्तावना के रूप में प्रस्तुत किया।