आरोग्य भारती अखिल भारतीय मुख्य टोली की दो दिवसीय बैठक दिल्ली में संपन्न हुई। बैठक के पश्चात् आरोग्य भारती दिल्ली प्रान्त द्वारा ‘आरोग्य सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अखिल भारतीय मुख्य टोली के 10 सदस्य उपस्थित रहे। मंच पर डॉ प्रवीण भावसार जी, संरक्षक आ.भा. , डॉ राकेश पंडित जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष आ.भा., डॉ बी एन सिंघ, राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आ.भा., डॉ अशोक कुमार वार्ष्णेय जी, राष्ट्रीय संगठन सचिव आ.भा., तथा दिल्ली प्रान्त सचिव डॉ राजेश तलवार जी उपस्थित रहे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दिल्ली प्रान्त के सह संघचालक डॉ अनिल अग्रवाल जी की उपस्तिथि गोरान्वित करने वाली रही। कार्यक्रम में कुल संख्या 100 से अधिक की रही।
कार्यक्रम का संचालन डॉ तृप्ति अग्रवाल जी ने किया, दीप प्रज्वलन के पश्चात डॉ अरुणा जी ने धन्वंतरी स्तवन से कार्यक्रम का शुभारम्भ कराया।
डॉ राकेश पंडित जी ने आरोग्य भारती के परिचेय दिया। विभिन्न क्षेत्रों में आरोग्य भारती के कार्यो का उल्लेख किया एवं Preventive, promotive, positive health, की प्राप्ति के लिए स्वस्थ जागरण का अभियान आरोग्य भारती का मूल उद्देश्य है। सर्वसमावेशी स्वास्थ्य चिकित्सा भारत की स्वस्थ प्रणाली का भाग बनाने के लिए भारत सरकार से आरोग्य भारती ने विमर्श किया है।
डॉ राजेश तलवार जी ने दिल्ली में आरोग्य भारती के कार्यों की जानकारी प्रदान की। आरोग्य भारती दिल्ली प्रान्त के पत्रक का विमोचन किया गया।
डॉ अशोक वार्ष्णेय जी ने अपने संबोधन में सर्वसमावेशी स्वास्थ्य संरचना की विशेषता एवं लाभ के विषय में बताते हुए कहा – हर व्यक्ति आजीवन स्वस्थ रहना चाहता है, विभिनं चिकित्या पद्धितियों के प्रयोग से यह संभव हो सकता है। हर प्रणाली की कुछ विशेषता होती है व् कुछ सीमाएँ भी होती हैं। सभी पद्धति एक दुसरे की पूरक हो सकती हैं जिससे स्वास्थ की प्राप्ति की जा सकती है। “Holistic Medicine is not a cocktail”, “Mixopathy is not advisable” इन सावधानी को ध्यान में दिलाते हुए, हर चिकित्सा पद्धति के सम्मान के लिए इस स्वास्थ संरचना की आवश्यकता है।
डॉ राजेश तलवार जी ने सभी का धन्यवाद किया।
डॉ अरुणा जी ने कार्यक्रम के अंत में शांति पाठ कराया।