जी हाँ जैसा की आपको पता है की सितंबर में उड़ी (जम्मू और कश्मीर) हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के मद्देनजर भारतीय मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) ने पाकिस्तानी कलाकारों और तकनीशियनों पर भारत में काम करने पर लगा दिया था बैन जिसके विरोध में पाकिस्तान में फिल्म सिनेमाघर मालिकों और वितरकों ने भारतीय फिल्मों के पाकिस्तानी सिनेमाघरों में प्रदर्शन पर लगा दी थी रोक….
हालांकि,इस साल के शुरू में पाकिस्तान ने भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध हटा लिया और देश में उन्हें रिलीज़ करना फिर से शुरू किया..और कुछ दिन पहले, पड़ोसी देश के स्थानीय वितरकों ने आमिर खान और सुपर हिट फिल्म दंगल की टीम से फिल्म के पाकिस्तान में रिलीज़ के लिए अनुरोध किया…पाकिस्तानी दर्शकों का हिंदी फिल्मों और भारतीय कलाकारों के लिए प्यार को देखते हुए आमिर और उनकी टीम ने भी दंगल को पाकिस्तान में रिलीज़ करने के लिए भर दी अपनी हामी।
अब बताया जा रहा है की जब दंगल को पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड के सामने दिखाया गया तो उन्होंने इस फिल्म के दो दृश्यों पर जताई आपत्ति..जी हाँ अगर आपने फिल्म दंगल देखी हो तो आपको याद होगा की इस फिल्म एक है सीन है जिसमें गीता फोगट का किरदार निभा रही एक्ट्रेस के जीतने के बाद भारतीय ध्वज दिखाया गया है और भारतीय राष्ट्रीय गान भी बजाया गया है…पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड ने दंगल को पाकिस्तान में रिलीज़ करने के लिए इस सीन को हटाने की शर्त रख दी….और कहा की दंगल के पाकिस्तान में रिलीज़ के पहले भारतीय ध्वज और राष्ट्रीय गान वाला सीन एडिट करना अनिवार्य होगा…
लेकिन आमिर जो फिल्म के निर्माता भी थे, उन्होंने महसूस किया सीन की कटौती की मांग आश्चर्यजनक है, क्योंकि फिल्म की प्रकृति भाषावादी नहीं है”। सूत्र बताते हैं की आमिर का ये मानना है की दंगल एक खेल आधारित बायोपिक है और इसका पाकिस्तान के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई लेना देना नहीं है..दंगल केवल भारत की राष्ट्रीय भावना को उजागर करती है, इसलिए उन दृश्यों को काटने का कारण आमिर के समझ से परेह है ”
और आमिर ने तब निर्णय लिया कि पाकिस्तान में फिल्म रिलीज़ नहीं की जाएगी ..आपको तो पता ही है की दंगल हिंदी फिल्म उद्योग की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर है, जिसकी भारतीय बॉक्स ऑफिस पर 385 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई है।हालाँकि इस निर्णय से आमिर को 10-12 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हो सकता है, क्योंकि पाकिस्तान एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र है, लेकिन वो दृश्यों को संपादित करने के लिए तैयार नहीं हैं।आमिर को इस बात का भी पूरी तरह से इल्म है की इस तरह दंगल को लीगली पाकिस्तान में रिलीज़ ना करने से चोरी छुपे पायरेसी के ज़रिये पाकिस्तान में दंगल को ज़रूर देखा जाएगा लेकिन फिर भी वो कोम्प्रोमाईज़ करने को तैयार नहीं हैं…
वैसे इसके पहले आमिर ने देश में इनटॉलेरेंस की बात कहकर बड़ा बवाल खड़ा कर दिया था जिसके बाद उनका देश में कड़ा विरोध भी शुरू हो गया था…यहाँ तक कई लोगो ने उन्हें देश विरोधी तक कह दिया था…अब ऐसे में आमिर ने दंगल को पाकिस्तान में ना रिलीज़ करने का फैसला कर शायद पहले हुयी गलती को सुधरने की ही कोशिश की है…और वैसे भी इन्टोलेरेंस वाले अपने बयान के बाद आमिर को कई ब्रांड इंडोर्समेंट और इनक्रेडिबल इंडिया के ब्रांड एम्बेसडर जैसे फायदे के सौदे से हाथ धोना पड़ा था …
शायद इसे ही कहते हैं दूध का जला छांछ भी फूंक फूंक कर पीता है…
रजनी,संवाददाता,मुंबई