नई दिल्ली। कोरोना के दंश से निबटने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दिल्ली प्रांत के कार्यकर्ता अलग-अलग सेवा कार्यों में जुट गए हैं। इसके लिए प्रांत ने दो कोरोना हेल्पलाइन नंबर भी जारी की है। इसके अलावा प्रांत के सात विभागों में अलग-अलग कार्यकर्ताओं के नंबर को हेल्पलाइन हेतु तय किया गया है। अब तक 3,900 लोगों को एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने प्रत्यक्ष रूप से मदद पहुंचाई है। देश के सबसे बड़े छात्र संगठन द्वारा मुख्य रूप से किए जा रहे सेवा कार्यों में थर्मल स्क्रीनिंग, दवाएं, राशन, भोजन वितरण, मेडिकल ऑक्सीजन प्लाज्मा डोनेशन, रक्तदान, अंतिम संस्कार में सहयोग के कार्य प्रमुख रहे हैं। इन सभी के अलावा पुलिस थाने, अस्पतालों अन्य सार्वजनिक स्थानों के सैनेटाइजेशन में भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दिल्ली प्रान्त के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव कहते हैं कि “आज हमारा देश जिस प्रकार कोविड-19 नामक अदृश्य विषाणु से जनित स्वास्थ्य और सामाजिक संकट से जूझ रहा है, उससे निबटने में युवाओं की बड़ी भूमिका है। आज विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता न सिर्फ जरूरतमंदों को दवाएं, भोजन आदि का प्रबंध कर रहे हैं बल्कि ऐसे परिवार जिन्हें अपने स्वजन के अंतिम संस्कार में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, श्मशान घाटों में पहुंचकर उनका भी सहयोग कर रहे हैं।”
टीकाकरण को लेकर फैला रहे जागरुकता
कोरोना की दूसरी लहर में पिछले बार के मुकाबले संक्रमण का दायरा काफी अधिक है। ऐसे में टीकाकरण अभियान के जरिए ही इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा बुजुर्गों को टीकाकरण हेतु लोगों को वैक्सीन सेंटर तक पहुंचाने में मदद की जा रही है। वहीं छात्रों व युवाओं को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यह सभी सेवा कार्य कोरोना की गाइडलाइंस और सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष अक्षित दहिया के मुताबिक “अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राष्ट्र के समक्ष पैदा हुई संकट की हर परिस्थिति में सेवा कार्यों को प्राथमिकता दी है। इसी क्रम में हम कोरोना की इस आपदा के दौरान स्थानीय समाज के सहयोग से अलग-अलग प्रकार के सेवा कार्य कर रहे हैं। “