पटना : पीएनटी कॉलोनी आवास पर सालौना मठ के महंत दंपती विपिन बिहारी दास शर्मा और उनकी पत्नी सविता शर्मा की हत्या के मामले का पटना पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस का दावा है कि लूट करने की नीयत से दोनों की हत्या को अंजाम दिया गया. हत्या में घर का माली भूषण यादव और उसके दो चचेरे भाई शामिल थे. हत्या शनिवार की शाम 5 से 6 बजे के बीच में की गयी थी. भूषण छठ से एक दिन पहले अपना बकाया पैसा मांगने के बहाने आवास के अंदर पोर्टिको में बैठे महंत दंपती के पास पहुुंचा. पैसा लाने के लिए पहले सविता शर्मा अंदर कमरे में गयीं. इसके बाद पीछे से महंत भी गये. इस पर भूषण मौका देख कर अपने दोस्तों के साथ घर में घुस गया. अंदर कमरे में जितेंद्र और धमेंद्र ने गमछी से दोनों का गला कस दिया और जब वह शोर मचाने लगे तो भूषण नेउनके मुंह में कपड़ा ठूस दिया. हत्या के बाद कमरे में रखी चाबी से दराज और आलमीरा को खोल दिया और नगदी व गहने लूट कर फरार हो गये. हत्या के बाद पुलिस को पहले दिन से ही शक था कि जान-पहचान वालों ने ही घटना को अंजाम दिया है. इस पर अंदर काम करनेवाले लोगों की लिस्ट तैयार की गयी और सबको डिटेन कर पूछताछ की जाने लगी. इसी क्रम में भूषण हाथ लगा और कड़ाई से पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल की. तीनों अपराधियों ने महंत दंपती की हत्या के बाद गांव चले गये थे. महंत के आवास पर माली का काम करने वाले भूषण यादव दो महीना पहले काम छोड़ दिया था. उसकी जगह पर उसका भाई माली का काम करता था. लेकिन, भूषण आता-जाता था. पुलिस ने जब भूषण से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल की. फिर उसकी निशानदेही पर उसके अन्य सहयोगी भी पकड़े गये. इसके बाद भूषण के घर के पीछे एक गड्ढे से लूट के सभी सामान व नगदी बरामद किये गये.
दोहरे हत्याकांड का खुलासा तो हो गया पर पुलिस की थियोरी पर सवाल उठ रहे हैं. यह हत्याकांड पटना में पापिया हत्याकांड और नाला रोड के फर्नीचर व्यवसायी ट्रिपल मर्डर केस के बाद तीसरा सनसनीखेज मामला था. इसका खुलासा पुलिस के लिए चुनौती थी.
जिस दिन हत्या हुई थी, उस दिन पुलिस के मुताबिक मृतका सविता शर्मा के शरीर पर गहने थे. अपराधियों ने शरीर के गहने नहीं लूटे थे. तब यह कहा गया था कि हत्या के पीछे लूट नहीं है. लेकिन, खुलासे के बाद यह कहा जा रहा है कि हत्या लूट के लिए हुई थी. लूट के सामान की बरामदगी भी दिखायी गयी है. हत्यारे शरीर के गहने क्यों नहीं लूटे इस सवाल पर एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि शरीर के गहने तो नहीं लूटे थे, लेकिन घर में लूटपाट हुई थी. फिलहाल मृतक के पुत्र सौरभ पुलिस की इस कार्रवाई से संतुष्ट दिखे.