कुमारस्वामी ने बुधवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। उनके साथ कांग्रेस के जी. परमेश्वर ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
समारोह की खासियत यह रही कि विपक्षी दलों का जमघट देखने को मिला। एक मंच पर 11 दलों के प्रमुख नजर आए। शपथ ग्रहण में 2019 के लोकसभा चुनाव के संभावित मोदी विरोधी मोर्चे की तस्वीर नजर आई।
कांग्रेस समेत इन दलों के पास अभी लाेकसभा में 132 सीटें हैं। यह आंकड़ा भाजपा की मौजूदा 272 लोकसभा का 48फीसदी है। अगर 2019 में ये सभी दल मिलकर चुनाव लड़ते हैं और एक दूसरे के वोट नहीं काटते हैं तो उनकी सीटों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है।
बहरहाल, कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में सोनिया गांधी ज्यादातर वक्त मायावती और ममता बनर्जी के साथ दिखीं। वहीं, राहुल गांधी अखिलेश यादव और चंद्रबाबू नायडू के साथ नजर आए।
सबसे पहले पहुंचने वाले नेताओं में राजद के तेजस्वी यादव थे। तेजस्वी यादव के बाद मंच पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव नजर आए। थोड़ी ही देर बाद मायावती पहुंचीं। अखिलेश ने मायावती का अभिवादन किया।
दोनों को मंच पर आसपास ही बैठाया गया। कुछ देर बाद शरद यादव बाकी नेताओं से मिलते दिखे। सोनिया और राहुल गांधी जैसे ही मंच पर पहुंचे उन्होंने मायावती से मुलाकात की। मायावती ने बहुत देर तक सोनिया का हाथ थामे रखा और बातचीत करती रहीं।
इसके बाद राहुल अखिलेश से मिले और अपनी जगह लौट गए। शपथ ग्रहण होते ही कुमारस्वामी ने सभी दलों के नेताओं से मंच पर आगे आने को कहा। इसी दौरान माकपा प्रमुख सीताराम येचुरी गर्मजोशी से कुमारस्वामी से मिले।
इसी बीच, अखिलेश ममता बनर्जी से मिले। इसके बाद ममता ने कुमारस्वामी को गुलदस्ता दिया। भाकपा नेता डी. राजा ने तेजस्वी से मुलाकात की।