पलामू जिले के पड़वा प्रखंड के बैरिया से एक कनीय अभियंता को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने 15,000 रुपये की रिश्वत लेते धर दबोचा. पड़वा प्रखंड में कार्यरत कनीय अभियंता अजित कुमार पांडेय को मेदिनीनगर के बैरिया स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया गया.
14वें वित्त आयोग की राशि से पीसीसी पथ बन रहा था. 1,78,000 रुपये की इस योजना में उन्होंने 15,000 रुपये की घूस मांगी थी. इसकी जानकारी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को दी गयी. ब्यूरो ने जाल बिछाया और जूनियर इंजीनियर पांडेय को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
सूत्रों ने बताया कि गाड़ी खास गांव पीसीसी पथ निर्माण में एमबी बुक करने के नाम पर जूनियर इंजीनियर ने पैसे मांगे थे. इंजीनियर द्वारा घूस की मांग किये जाने की शिकायत मिलने पर एसीबी ने पहले इसकी तस्दीक की कि शिकायत में दम है या नहीं.
जांच में शिकायत सही पायी गयी. इसके बाद एसीबी ने जूनियर इंजीनियर की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया. एसीबी के ट्रैप में फंसनेवाला पांडेय 20वां और संभवत: सबसे बड़ा घूसखोर है. इसके पहले कई लोग रिश्वतखोरी के मामले में पकड़े गये हैं, लेकिन उन्होंने जो रकम ली थी वह 2,000 से 5,000 रुपये के बीच में थी.