लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सभी पार्टियों ने अभी से कमर कस लिया है. राजद ने 2019 मिशन को लेकर पटना ‘भाजपा भगाओ देश बचाओ’ से की तो बीजेपी ने योगी और केशव प्रसाद मौर्य के साथ अपनी तैयारी शुरू की. जदयू भी अपने नेताओं के साथ बैठक कर 2019 की तैयारी शुरू कर दी है. रविवार को पटना में राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि संगठन को धारदार बनाने और बूथ स्तर तक इसे और मजबूत बनाने का निर्णय लिया गया है. पार्टी बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर अपनी तैयारी कर रही है.
पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की रविवार को हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने कई दिशा- निर्देश पार्टी पदाधिकारियों को दिए. 15, 16 और 17 और 18 नवंबर को सभी जिलों में सम्मेलन होगा. राज्य सरकार के मंत्री, सांसद और पार्टी पदाधिकारी अलग अलग जिला सम्मेलनों में भाग लेंगे. मुख्यमंत्री ने अगले 2 माह में बूथ स्तर पर एजेंट नियुक्त करने का भी निर्देश दिया. सदस्यता अभियान में तेजी लाने को कहा गया है. जदयू के राज्य में 1.54 लाख सक्रिय सदस्य बन गए हैं.
बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू के 14 मंत्री हैं, जो अलग अलग जिलों के प्रभारी हैं. लेकिन अन्य 24 जिलों में भी मंत्री जाएंगे और संगठन का कार्य देखेंगे. 12 अक्टूबर को राममनोहर लोहिया की जंयती प्रदेश से लेकर निचले स्तर तक मनायी जाएगी.
ऱाज्य कार्यकारिणी की बैठक में अभी से ही पार्टी को हर लेवल पर मजबूत करने की कोशिश करने की बात कही गई. बैठक में जेडीयू के विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के साथ-साथ राज्य जेडीयू के तमाम नेताओं के लिए साफ साफ संदेश दे दिया गया कि उन्हें पार्टी कैलेंडर के हिसाब से क्या करना है.
अब सवाल यह है कि अगर जदयू लोकसभा की सभी सीटों पर तैयारी करती है तो देखना होगा बीजेपी से कितने सीटों पर चुनाव की बात बन सकती है. कहीं जदयू सभी सीटों पर अपनी दावेदारी को अभी से मजबूत करने के फ़िराक में तो नहीं हैं ताकी बीजेपी पर ज्यादा सीट देने का दबाव बनाया जा सके.