लाल बत्ती पर लगी लगाम

खत्म होगा लाल बत्ती कल्चर

बिहार अपडेट, नई दिल्ली. देश में बढ़ते वीआइपी कल्चर पर अंकुश लगाते हुए मोदी सरकार ने सभी नेताओं, जजों तथा सरकारी अफसरों की गाडि़यों से लाल बत्ती हटाने का निर्णय लिया है. इनमें राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश, उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश, राज्यों के मुख्यमंत्री व मंत्री तथा सभी सरकारी अफसरों के वाहन शामिल हैं. अब केवल एंबुलेंस, फायर सर्विस जैसी आपात सेवाओं तथा पुलिस व सेना के अधिकारियों के वाहनों पर नीली बत्ती लगेगी. यह फैसला एक मई से लागू होगा.

बुधवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, ‘इस ऐतिहासिक निर्णय में कैबिनेट ने आपात सेवाओं को छोड़कर सभी वाहनों से बीकन बत्तियां हटाने का निश्चय किया है. इसके लिए संबंधित नियमों में संशोधन होगा.’ हालांकि इस मामले पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि इस फैसले की अधिसूचना जनता से राय के बाद जारी की जाएगी.

सुप्रीम कोर्ट पहले ही अनावश्यक लाल बत्तियां हटाने का आदेश दे चुका था. कोर्ट ने 2014 में लाल बत्ती को स्टेट्स सिंबल बताते हुए कहा था कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों तथा एंबुलेंस, फायर सर्विस, पुलिस तथा सेना को छोड़ किसी को भी लाल बत्ती लगाने की जरूरत नहीं. 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को विशिष्ट व्यक्तियों की सूची में कटौती को कहा था. जेटली के अनुसार फैसले के तहत 1998 की मोटर वाहन नियमावली के नियम 108(1-तृतीय) तथा 108(2) में संशोधन किया जाएगा। नियम 108(1-तृतीय) के तहत केंद्र व राज्य सरकारों को वाहनों में लाल बत्ती लगाने योग्य विशिष्ट व्यक्तियों की सूची जारी करने का अधिकार है. जबकि 108(2) के तहत राज्यों को नीली बत्ती लगाने योग्य अधिकारियों की सूची जारी करने का अधिकार दिया।

लाल बत्ती हटाने के निर्णय पर केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘यह आम लोगों की सरकार है. इसीलिए लाल बत्ती और सायरन वाले वीआइपी कल्चर को खत्म करने का फैसला किया है.’
इस फैसले के तुरंत बाद केंद्रीय मंत्रियों ने अपनी गाडि़यों से लाल बत्ती हटाना शुरू कर दिया. सबसे पहले नितिन गडकरी ने अपनी कार की लाल बत्ती हटाई. इसके बाद गिरिराज सिंह, विजय गोयल अपनी कार की बत्ती हटाई. उमा भारती ने भी अपनी कार से बत्ती हटायी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पंजाब और गुजरात समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपनी कारों से लाल बत्ती हटाने का एलान किया.

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