विश्व शिक्षक दिवस पर डॉ. बीरबल झा की बातें’

आइए शिक्षकों की आवाज़ को महत्व दें और सीखने से प्यार करना सीखें’ के विषय पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थान ब्रिटिश लिंगुआ के तत्वावधान में विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर पटना में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

इस अवसर पर प्रसिद्ध लेखक, चिंतक एवं विचारक डॉ. बीरबल झा ने कहा, “एक अच्छे शिक्षक से अपेक्षा की जाती है कि वह विषय का जानकार हो, पढ़ाने के प्रति जुनूनी हो, अपनी अभिव्यक्ति रखने में माहिर हो, स्वाभाव से रचनात्मक हो, कक्षा में उत्साही हो, परिवर्तन के प्रति अनुकूल हो, नए विचारों के प्रति ग्रहणशील हो, छात्र -छात्रों के प्रति संवेदनशील हो और शिक्षा प्रदान करते समय धैर्यवान हो।”

“जिस प्रकार जल प्राणियों के लिए आवश्यक है, उसी प्रकार मानसिक विकास और समृद्धि के लिए शिक्षा आवश्यक है। साथ ही , शिक्षा व्यक्तियों की पूर्ण क्षमता को उजागर करने की कुंजी है, जो के द्वार खोलती है। अतएब शिक्षकों का काम बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए, उनके विचारों को महत्व दिया जाना चाहिए क्योंकि वे सामाजिक परिवर्तन के एजेंट हैं।”, उक्त बातें ग्लोबल स्किल्स ट्रेनर अवार्ड-2022 के प्राप्तकर्ता डॉ. झा ने कही।

गौरतलब है कि विश्व शिक्षक दिवस हर साल 5 अक्टूबर को मनाया जाता है जबकि भारत में 5 सितंबर को . विश्व शिक्षक दिवस अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन और संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूएनएसईसीओ) की सिफारिशों पर हस्ताक्षर के मद्देनजर मनाया जाता है.

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