7 जुलाई 2024 को दधीचि देहदान समिति के उत्तरी दिल्ली विभाग ने सत्यवती कॉलेज परिसर अशोक विहार, में देहदानियों का उत्सव आयोजित किया। समिति पिछले 27 सालो से मानव सेवार्थ नेत्रदान, अंगदान व देहदान के विषय में जन जन जागरण का काम कर रही है। दीप प्रज्वलन के साथ उत्सव का शुभारंभ हुआ । समिति के महामंत्री श्री कमल खुराना ने सभागार में उपस्थित सभी लोगों को संक्षेप में समिति की कार्य प्रणाली के बारे में बताया। लगभग पिछले पांच वर्षों में उत्तरी दिल्ली से 150 परिवारों ने अपने प्रिय जनों का नेत्रदान अथवा देहदान का क्रियान्वयन किया । उन सभी परिवारों को मंच पर बुलाकर तुलसी पौधा, माला , समिति स्मारिका व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।
नोटो के डायरेक्टर डॉक्टर श्री अनिल कुमार ने नेत्रदान , अंगदान व देहदान की आवश्यकता और उपयोगिता पीपीटी के माध्यम से सरल भाषा में विस्तार पूर्वक उपस्थित जन समूह को समझाई । लोगों में इस तरह के दानों के प्रति फैली भ्रांतियों को भी दूर किया और साथ ही कहा की नोटो और सोटो ने इस दान के संबंध में कुछ व्यावहारिक योजनाएं भी बनाई हैं। रिठाला क्षेत्र के विधायक श्री महेंद्र गोयल , जिनकी माताजी का भी देहदान हुआ था ,उन्होंने अपने पारिवारिक अनुभव को बताते हुए इस विषय पर लोगों को प्रोत्साहित किया।
सत्यवती कालेज की प्रिंसीपल प्रो अंजू सेठ ने भी समिति का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे सौभाग्यशाली हैं जो उन्हें मानवता के इस पुनीत यज्ञ में एक आहुति देने का अवसर मिला।
एक 17 वर्षीय लड़की जिसके ब्रेन डैड होने पर अंगदान किये गये थे , उसके माता-पिता को जब मंच पर बुलाया गया तो वो अपनी बेटी को याद कर कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थे । प्रीति उन्हाले ,जिनका 24 साल पहले हृदय प्रत्यारोपण हुआ था, उन्होंने कहा कि वो तो उसी दिन इस दुनिया से विदा हो जाती अगर प्रत्यारोपण नहीं हुआ होता। अब तो वो बोनस में ही जी रही है। भावुक शब्दों में उन्होंने हृदय दान करने वाले व्यक्ति के प्रति अपना आभार व्यक्त किया और समाज को इस दान के लिए आगे आने का आह्वान किया।
समिति के सबसे वरिष्ठ सदस्य श्री आर पी अग्रवाल , जिनकी पत्नी का हाल ही में देहदान हुआ था , उत्सव की शुरुआत से लेकर समापन तक हमारे साथ रहकर हमारा मार्ग प्रशस्त करते रहे । श्री अखिल सिंगल जी, श्री ओ पी गोयंका जी और श्री राजीव लोहिया जी का भी विशेष आभार व्यक्त किया गया।
छोटे छोटे बच्चों की गणेश वंदना के साथ साथ अंगदान पर जागरूकता हेतू लिखे गये गीत पर नृत्य प्रस्तुति ने सबको आकर्षित किया। विश्व हिन्दू परिषद् के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष व हमारी समिति के संस्थापक श्री आलोक कुमार ने सभागार में उपस्थित लोगों को इन दानों से संबंधित जानकारी दी व उत्सव का मार्गदर्शन किया। श्रीमती मंजू प्रभा की उपस्थिति भी हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत रही ।
मंच संचालन का दायित्व समिति के उपाध्यक्ष श्री विनोद अग्रवाल जी ने बखूबी निभाया। समिति के संयोजक व उत्सव के अध्यक्ष श्री ज्ञान प्रकाश तायल जी ने सभागार में उपस्थित सभी लोगों आभार व्यक्त कर उत्सव का समापन किया।