स्त्री ईश्वर की साक्षात कृति- विजया शर्मा

राष्ट्र सेविका समिति प्रवेश वर्ग समापन कार्यक्रम

नई दिल्ली, राष्ट्र सेविका समिति के प्रवेश वर्ग में मुख्य वक्ता विजया शर्मा (अखिल भारतीय महाविद्यालयीन तरुणी प्रमुख व प्रांत प्रचारिका) ने कहा कि हमारे देश के ऋषि-मुनियों ने राष्ट्र के जन्म के लिए घोर तपस्या की है ।देश ऐसा हो जो विश्व के कल्याण के लिए कार्य करें। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि ऐसा दृष्टिकोण, ऐसा चिंतन हमारी बहनों में विकसित हो कि वह समाज के कल्याण के लिए कार्य कर सकें। अथर्ववेद में पृथ्वी को माता कहा गया है और हम सभी उसके पुत्र पुत्री हैं । स्त्री रूप में जन्म ईश्वर की साक्षात कृति के रूप में माना गया है ।आज का दिन विशेष है क्योंकि आज ही हिंदू साम्राज्य की स्थापना हुई थी। माता जीजाबाई ने संकल्प लिया था कि वे अपने पुत्र को ऐसा प्रशिक्षित करेंगी जो सुशासन स्थापित करेगा और अपने इसी संकल्प को उन्होंने पूरा भी किया। माता जीजाबाई समिति की प्रेरणा शक्ति हैं ।भगवान राम ने भी शक्ति स्वरूपा की आराधना की थी ।”जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी’ जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी प्रिय है ।समिति भी इसी ध्येय वाक्य का पर कार्य करती है। हमारा राष्ट्र हमारे लिए सर्वोपरि है। लगभग 300 बालिकाएं, किशोरियां और महिलाएं 15 दिन के प्रशिक्षण शिविर में आईं हैं I 29 मई को जब वे प्रवेश वर्ग में आईं थीं तो उन्हें यह अंदाज भी नहीं था की वे यहां से अपना शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास एक साथ कर सकती हैंI पंद्रह दिन यहां रहकर उन्होंने न केवल अपने देश की महान संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त की बल्कि देश की महान विभूतियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त कीI प्रवेश वर्ग में 14 वर्ष से लेकर  लगभग 55 वर्ष तक आयु सीमा होती हैI यहां एक साथ रहकर उन्होंने सामाजिक समरसता,आत्मनिर्भरता, आत्मरक्षा और आत्म स्वाभिमान जैसे गुण सीखेंI


आज के समाज में महिलाओं की जो रक्षात्मक स्थिति है ऐसे वर्गों से उनका सशक्तिकरण होता है, जिसके माध्यम से वो समाज को सही दिशा देने में सक्षम होती हैंI इसके लिए कोई अलग से नीति बनाने की आवश्यकता नहीं है, हमें  महत्वपूर्ण शिक्षा देकर उन्हें सशक्त करना चाहिएI उसके बाद बालिकाओं को जो करना है उसे वह स्वयं तय करेंगीI इस वर्ग से जो छात्राएं निकलेंगी यह तय है कि वो अपनी रक्षा स्वयं कर सकेंगीI

यह प्रवेश वर्ग बालिकाओं और महिलाओं के जीवन को नयी दशा और दिशा देते हैंI छोटी बालिकाओं के मन मस्तिष्क में जो बीज बो दिया जाता है वही उनकी जीवन यात्रा का मजबूत आधार बनता हैI वे यह सीखकर जाती हैं की जीवन केवल अपने लिए नहीं होता बल्कि वह समाज और देश के लिये भी होता हैI जिस तरह का प्रशिक्षण शिविर में दिया जाता है वो अच्छे नागरिकों का निर्माण करता है जो देश के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होता हैI

राष्ट्र सेविका समिति की दिल्ली प्रान्त कार्यवाहिका श्रीमती सुनीता भाटिया ने कहा कि हमारे शिविर महिलाओं के भीतर छुपी शक्ति और प्रतिभा को जागृत करते हैं ।

राष्ट्र सेविका समिति भारत का ही नहीं बल्कि विश्व का सबसे बड़ा महिला संगठन हैI यह पिछले 86 वर्षों से महिलाओं में मातृत्व, नेतृत्व और कृतित्व के गुण विकसित कर रहा है और साथ ही देश के चतुर्मुखी विकास में अमूल्य योगदान दे रहा हैI वर्ग में बालिकाओं ने नियुद्ध, (जूडो-कराटे), योग, चाप कला, दंड प्रहार के सुन्दर प्रदर्शन से सभी को हर्षित कर दिया I

महाशय चुन्नी लाल सरस्वती विद्यालय हरी नगर घंटा घर दिल्ली में संपन्न शिक्षा वर्ग समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अनु अस्थाना (अध्यक्षा) दिल्ली पुलिस फैमिली वेलफेयर सोसाइटी, मुख्य वक्ता विजया शर्मा (अखिल भारतीय महाविद्यालयीन तरुणी प्रमुख) एवं दिल्ली प्रांत प्रचारिका, अध्यक्षा पूजा अग्रवाल (सूर्या रोशनी लिमिटेड एंड सूर्या फाउंडेशन), वर्गाधिकारी ज्योति राठी, वर्ग कार्यवाहिका प्रतिभा बिस्ट, प्रांत कार्यवाहिका सुनीता भाटिया जी, प्रांत सह कार्यवाहिका विदुषी शर्मा, पंकजा अत्रे अखिल भारतीय घोष अध्यक्ष, उत्तर क्षेत्र कार्यवाहिका चंद्रकांता जी, उत्तर क्षेत्र सहकार्यवाहिका राधा मेहता, उत्तर क्षेत्र निधि प्रमुख सुरेंद्रा जी , अभिभावक गण के साथ बड़ी संख्या में सम्मानित नागरिक उपस्थित थे।

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