लालकिला ग्राउंड स्थित 15 अगस्त पार्क में विश्व प्रसिद्ध लवकुश रामलीला कमिटी द्वारा आयोजित किए जा रहे रामलीला के नौवें दिन सोमवार को लीला मंचन की शुरुआत गणेश वंदना एवं नवदुर्गा एक्ट से हुई। इसके बाद महादेव द्वारा पार्वती को रामकथा सुनाई जाती है और दिखाया गया कि युद्ध में विजयश्री पाने के लिए मेघनाद निकुंभल देवी का यज्ञ करता है। लेकिन, भला लक्ष्मण को यह पसंद कैसे आता, सो वह मेघनाद के यज्ञ को भंग कर देते हैं। मेघनाद और रावण इससे विचलित होकर आपस में संवाद करते हैं, जबकि सुलोचना भी मेघनाद के युद्ध भूमि में जाने से पूर्व उससे अंतिम मंत्रणा करती है। इधर, लक्ष्मण भी युद्ध के लिए उद्यत हैं, लेकिन उससे पहले श्रीराम उनसे मंत्रणा करते हैं। इसके बाद लक्ष्मण-मेघनाद के बीच युद्ध की शुरुआत होती है, जिसमें लक्ष्मण मेघनाद की भुजा काट देते हैं और यह कटी हुई भुजा सुलोचना के पास जाकर गिरती है। तत्पश्चात युद्ध में मेघनाद मारा जाता है और इसकी सूचना रावण तक पहुंचती है, तो दुख और क्रोध से भर जाता है। मेघनाद की मृत्यु के बाद रावण के साथ्स सुलोचना का संवाद होता है। इसके बाद शुरू होती है नारांतक प्रकरण और रावण नारांतक का आवाहन करता है। फिर नारांतक भी युद्धभूमि में उतरता है, लेकिन उसका भी वध हो जाता है। नारांतक के वध के बाद रावण अपने भाई अहिरावण को युद्ध के लिए भेजता है, अहिरावण कुटिल चाल चलते हुए राम और लक्ष्मण का अपहरण कर पाताल लोक लेकर चला जाता है। राम और लक्ष्मण का अपहरण होने के बाद उन्हें छुड़ाने के लिए हनुमान जी पाताल लोक चले जाते हैं और अहिरावण का वध करने के उपरांत श्रीराम और लक्ष्मण को सकुशल लेकर लौटते हैं। इन तमाम प्रकरणों का लीला में भव्य मंचन पेश किया गया।
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नढ्ढा ने भी अशोक अग्रवाल के साथ लीला का आनंद लिया।
सोमवार की लीला में रावण के किरदार में अवतार गिल, श्रीराम के किरदार में गगन मलिक, लक्ष्मण की भूमिका में मोहित, हनुमान की भूमिका में निर्भय वाधवा, मेघनाद की भूमिका मुकेश त्यागी, नारांतक के किरदार में हसन रिजवी आदि ने इंद्रधनुषीं अभिनय का नमूना पेश किया।