पत्रकारों एवं कलाकारों के सम्मानार्थ गत 42 वर्षों से संचालित 43वें मीडिया पुरस्कारों की आज घोषणा की गई। अवार्ड कमेटी के संयोजक एवं मातृस्वर के मुख्य सम्पादक श्री दिनेश शर्मा ने पुरस्कारों की घोषणा करते हुये बताया कि इस बार अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म टायलेट एक प्रेम कथा को सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है। इसके साथ ही देश के प्रिंट एवं टीवी मीडिया से संबंधित 26 पत्रकारों व एक समाज सेवी और एक फिल्म को भारत माता की शील्ड के योग्य समझा गया है।
जिन पत्रकारों के नामों पर मोहर लगी है उनमें पीटीआई से अमनदीप शुक्ला, भाषा से वैभव माहेश्वरी, यूएनआई से सान्या पाण्डेय, यूनिवार्ता से राजीव उप्रेती तथा यूएनआई ऊर्दू से आसिया इंतखाब का नाम प्रमुख है। समाज सेवा के लिए सेवारत श्रीमती संतोष गोयल के नाम पर चयन समिति के अधिकारियों अशोक अग्रवाल, हरीश चैपड़ा, रमेश बजाज, विशाल राणा, चेतन शर्मा, कैलाश अग्रवाल सहित करीब 150 पाठकों ने सहमति जताई है। दिनेश शर्मा ने बताया कि इस बार दैनिक भास्कर के कार्टूनिस्ट इस्माइल लहरी (इंदौर), नवभारत टाइम्स से प्रशांत जैन, दैनिक हिन्दुस्तान से सुनीता तिवारी, अमर उजाला से शुजात आलम, दैनिक जागरण से श्रीभगवान झा को 13 मई, 2018 को चांदनी चैक स्थित अभिषेक सिनेप्लेक्स में प्रस्तावित सादे समारोह में भारत माता की शील्ड व लेखनी देकर सम्मानित किया जायेगा। समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चैयरपरशन श्रीमती किरण चैपड़ा करेंगी जबकि केन्द्रीय मंत्री डाॅ. हर्ष वर्धन मेधावी पत्रकारों को अवार्ड से अलंकृत करेंगे। इस अवार्ड की शुरूआत आपातकाल के दौरान पत्रकारों से हुये दुव्र्यवहार और उनकी निर्भीकता को देखकर की गई थी।
इस बार पुरस्कार प्राप्त करने वालों में पंजाब केसरी दिल्ली के जागरूक पत्रकार सुरेन्द्र पंडित, जनसत्ता के फिल्म समीक्षक रविन्द्र त्रिपाठी, दैनिक जागरण के फोटोग्राफर विपिन, वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्र भंडारी, दैनिक ट्ब्यून के फोटोग्राफर मानस रंजन, सांध्य टाइम्स के सचिन त्रिवेदी, एमएच-1 के रिपोर्टर वरूण गोयल, एनडीटीवी इंडिया के सौरभ शुक्ला, आज तक के पत्रकार पंकज जैन, टोटल टीवी के अनिल कुमार सिंह, न्यूज नेशन की रोशनी ठोकने, यूबीबी न्यूज (यूट्यूब चैनल) के नवल हंस, प्रयुक्ति समाचार पत्र से कौशल शर्मा और समाचार प्लस न्यू चैनल के राहुल डबास तथा लोकसभा टीवी के कार्तिक हरबोला, डिजिटल स्ट्रीट मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के पुलकित अग्रवाल को भी 43वें मातृश्री अवार्ड से सुशोभित किया जायेगा। शर्मा ने बताया कि आज से 42 साल पहले समारोह की शुरूआत हुई थी और सबसे पहले शहीद पत्रकार लाला जगत नारायण को दिल्ली के पूर्व राजनीतिज्ञ प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा ने भारत माता की शील्ड से अलंकृत किया था। हमारा नारा है कि … लेखनी जो सत्ता की दासी नहीं रही, सरकारी इनामों की भी प्यासी नहीं रही, यह स्वाभिमान अपना जगाती ही रहेगी और नकाब गद्दारों के उठाती ही रहेगी। समारोह में पुरस्कृत फिल्म टायलेट एक प्रेम कथा का प्रदर्शन भी होगा।