यूपी में समाजवादी पार्टी और बसपा की करारी हार के बाद एक बार फिर से नीतीश कुमार को अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित करने की मांग तेज हो गई है. जदयू के नेता एक सुर में नीतीश कुमार को अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित करने की मांग कर रहे हैं.
जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि जब तक देश के तमाम राजनीतिक दल भाजपा को हराने के लिए एक मंच पर नहीं आते हैं तब तक प्रधानमंत्री मोदी को हराना संभव नहीं है. अगर मायावती ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के साथ हाथ मिलाया होता तो फिर वहां की तस्वीर कुछ और होती .
जदयू के नेता विनोद कुमार यादव और वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि नीतीश कुमार ही पीएम मोदी को टक्कर दे सकते हैं और इस मुहिम में सभी को साथ देना होगा.
उधर जदयू के नेताओं की मांग का राजद और वामदल भी समर्थन मिलता दिख रहा है. भाकपा माले के सत्यदेव राम का कहना है कि देश में महागठबंधन बनाना जरूरी है. लेकिन कांग्रेस के नेता इस सवाल पर बचने की कोशिश करते हुए राहुल गांधी और सोनिया गांधी को ही बड़े दावेदार बता रहे हैं हालांकि वो भी देश के स्तर पर महागठबंधन बनाने की बात से इतेफाक रखते हैैं.
जाहिर है जेडीयू के तरफ से उठाए गाए इस मांग से एक बात तो साफ है कि नीतीश कुमार के लिए यूपी चुनाव परिणाम कई मायनो में फायदेमंद रहा है. एक तो उनके विरोधियों की बोलती फिलहाल बंद है और दूसरा इस वक़्त देश की राजनीति में मोदी को टक्कर देने वाले नेताओ में नीतीश सबसे बड़े चेहरे के तौर पर नजर आ रहे है.