नयी दिल्ली : बीएसएफ और सीआरपीएफ के बाद अब सेना के एक जवान का वीडियो सामने आया है जो वायरल हो चुका है. इस बार सोशल मीडिया को हथियार यज्ञ प्रताप सिंह ने बताया है जो 42 ब्रिगेड देहरादून में तैनात था. यज्ञ प्रताप ने पिछले साल 26 जून को प्रधानमंत्री कार्यालय से सेना के अधिकारियों की शिकायत भी की थी. जवान ने आरोप भरे शब्दों में कहा है कि अधिकारी सैनिकों से घरों में सेवादारी करवाते हैं. खबर है कि मामले के प्रकाश में आने के बाद यज्ञ प्रताप को वहां से ट्रांसफर कर दिया गया है.
इन मामलों के बाद आज सेनाध्यक्ष विपिन रावत ने कहा है कि जवान सोशल मीडिया से बचें. उन्होंने कहा कि यदि जवानों को कोई शिकायत हो तो वे सीधे तौर पर मुझसे शिकायत करें. जवानों को सोशल मीडिया से बचने की जरूरत है. रावत ने आगे कहा कि जवान सेना के नेतृत्व पर भरोसा रखें और अपनी किसी भी प्रकार की शिकायत को शिकायत पेटी में डालें. हर कमांडर पेटी में शिकायत पेटी रखे जाने की बात सेनाध्यक्ष ने कही.
आपको बता दें कि बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव के वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सीआरपीएफ के एक जवान ने वीडियो शेयर किया और अब सेना का एक जवान यज्ञ प्रताप भी खुलकर सामने आ चुका है.
बोला जीत- पीएम के पास संदेश पहुंचाना चाहता हूं
वीडियो में जवान ने कहा है कि मैं कॉन्स्टेबल जीत सिंह सीआरपीएफ का जवान हूं. मैं आप लोगों के जरिये हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक एक संदेश पहुंचाना चाहता हूं. मुझे पूरा भरोसा है कि आप लोग मेरा सहयोग करेंगे. मेरा कहना है कि हम लोग देश के अंदर कौन सी ड्यूटी है, जो नहीं करते. इसके बावजूद भारतीय आर्मी, सीआरपीएफ और बाकी अर्धसैनिक बलों के बीच फैसिलिटीज के बीच इतना अंतर है कि आप लोग सुनोगे, तो हैरान रह जाओगे. क्या हम लोग इसके हकदार नहीं हैं?
बीएसएफ जवान की शिकायत पर पीएमओ ने मांगी गृह मंत्रालय से रिपोर्ट
बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव की शिकायत को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने संज्ञान लिया है. गुरुवार को पीएमओ ने इस बारे में गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी है. पीएमओ यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्या सरकार की ओर से दी जा रही सुविधाएं जवानों तक पहुंच रही हैं? वहीं, इस संबंध में बीएसएफ के एक पूर्व जवान ने दिल्ली हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कोर्ट से अनुरोध किया है कि वह जवानों को परोसे जा रहे खाने पर गौर करे. बता दें कि तेज बहादूर यादव ने वीडियो जारी कर घटिया खाना परोसे जाने और अफसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.