पटना : निखिल प्रियदर्शी के ऐयाशी की कहानी अब परत-दर परत खुलने लगी है. राजधानी के बड़े होटलाें में चलने वाली नाइट पार्टी और उसमें शामिल होने वाले खास मेहमानों की शिनाख्त शुरू हो गयी है. एसआइटी ने होटलों में जाकर बुकिंग रजिस्टर को खंगाला है. एक महीने में तीन से चार बार पार्टी के लिए होटल बुक हुए हैं. इन पार्टियों में निखिल के फ्रेंड सर्किल के वह लोग भी शामिल हुए हैं जो सियासत से ताल्लुक रखते हैं. एसआइटी को ब्रजेश के अलावा अन्य कुछ अन्य नेताओं के भी नाम पता चले हैं जिनका निखिल से याराना रहा है, अब पुलिस निखिल, ब्रजेश और अन्य प्रभावशाली लोगों के सेक्स रैकेट के संचालन में संलिप्तता के सबूत खोज रही है.
वहीं एसआइटी ने निखिल पर शिकंजा कसने के लिए उसके तीन बैंक एकाउंट को सील कर दिया है. सूत्रों कि मानें, तो वह एकाउंट से पैसा नहीं निकाल पाने के कारण कंगाली की स्थिति में है. वह बहुत जल्द कोर्ट में सरेंडर कर देगा. निखिल की फ्रेंड सर्किल में शामिल दो ऐसी लड़कियों तक भी एसआइटी पहुंची है, जो निखिल के कहने पर राजधानी के दो बड़े लोगों पर छेड़खानी का केस दर्ज करायी थीं. बाद में निखिल ने समझौता करा दिया.
फिलहाल एसआइटी अभी किसी का नाम उजागर नहीं कर रही है, लेकिन संभावना है कि निखिल के गिरफ्तारी या सरेंडर करने के बाद सेक्स रैकेट से जुड़ा बड़ा खुलासा हो जाये. निखिल का ठिकाना पटना के अलावा कोलकाता और वाराणसी के होटल भी रहे हैं. वहां के कुछ चुनिंदा होटल में वह जाकर ठहरता था, वहां पार्टी होती थी. महंगी गाड़ी से लोग पहुंचते थे. इसमें हाइप्रोफाइल लोगों के लिए निखिल अपनी रेंज रोवर, ऑडी गाड़ी मुहैया कराता था. एसआइटी बिहार के बाहर भी छानबीन करने जायेगी.
मोहरा बन चुकीं लड़कियां तुरुप का पत्ता
निखिल लड़कियों से दोस्ती करता था, उनके साथ मौज-मस्ती करता था और ग्लैमर दिखा कर उनका इस्तेमाल करता था. कुछ लड़कियों को उसने मोहरा बनाकर पैसे भी एेंठ लिये हैं. निखिल अपनी होटल पार्टी में नेता, बिजनेस मैन, और ब्यूरोक्रेटस से जुड़े लोगों काे बुलाता था, उनके कद और पद के बारे में अपनी गर्ल फ्रेंड को बताकर उनके साथ भेजता था. लड़कियों को महंगी गाड़ी, फ्लैट दिला देने का सब्जबाग दिखाता था. जिनके पास लड़कियां जाती थीं, उन्हें ब्लैकमेल करता था. मामला पुलिस तक नहीं पहुंचे इसलिए मैनेज करने के नाम पर धन उगाही कर लेता था.
कुछ को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने निखिल से झगड़ा किया और कुछ पैसे लेकर समझौता भी कर लिया. अब यह लड़कियां निखिल की जिंदगी से दूर तो हैं, पर राज जानती हैं. एसआइटी इसी तरह की करीब आधा दर्जन लड़कियों से बयान ले चुकी है. लड़कियों ने जिन लोगों के नाम लिये हैं उनके मोबाइल नंबर निखिल के सीडीआर में भी मिला है. एसआइटी अब अन्य पहलुओं पर छानबीन कर रही है.
पुलिस ने सौंपी केस डायरी, जमानत पर अब 2-3 मार्च को सुनवाई
पटना. यौन उत्पीड़न मामले में अभियुक्त बनाये गये निखिल प्रियदर्शी और ब्रजेश पांडेय के जमानत आवेदन पर अब 2 व 3 मार्च को सुनवाई होगी. सोमवार को पुलिस ने अदालत में मांगी गयी केस डायरी सौंप दी. पटना के एडीजे वन परवेज आलम की अदालत में जमानत आवेदन की सुनवाई होनी निश्चित थी. सुनवाई के दौरान अदालत में पुलिस ने मांगी गयी केस डायरी को दाखिल किया. उक्त केस डायरी को विशेष लोक अभियोजक द्वारा प्राप्त किया गया.
अदालत ने उभय पक्षों को मामले में तैयार होकर आने का निर्देश देते हुए दोनों अभियुक्तों के जमानत आवेदन की सुनवाई के लिए निखिल प्रियदर्शी के आवेदन पर दो मार्च को जबकि ब्रजेश पांडेय के आवेदन पर तीन मार्च को सुनवाई करने की तारीख निश्चित की गयी है.