पटना. पूर्णिया, सीतामढ़ी और दरभंगा की अल्पसंख्यक बहुल आबादी को इलाज का संकट नहीं होगा. तीनों जिलों में 15 स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. 15 स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण पर 12. 84 करोड़ रुपये खर्च होंगे. स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण छह से आठ माह में पूरा कराने का लक्ष्य अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने तय किया है. तीनों जिलों में बहुक्षेत्रक विकास कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण होना है.
स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण से तीनों जिलों की 18.17 लाख अल्पसंख्यक आबादी को बड़ी राहत मिलेगी. बहुक्षेत्रक विकास कार्यक्रम के तहत पूर्णिया, सीतामढ़ी और दरभंगा में स्वास्थ्य केंद्र बनवाने का स्वीकृति पिछले वर्ष अप्रैल में ही मिल गयी थी, परंतु केंद्र से राशि न मिलने के कारण स्वास्थ्य केंद्र भवन बनाने की योजना अधर में लटकी थी. पिछले हफ्ते केंद्र ने इस मद में 5.39 करोड़ रुपये जारी किया हैं.
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को इस मद में 7.45 करोड़ रुपये का राज्यांश देना है. माइनरिटी वेलफेयर डिपार्टमेंट ने जून, 2016 में ही राशि की स्वीकृति दे दी थी. इससे अल्पसंख्यक लोगों को काफी राहत मिलेगी. उन्हें अपना इलाज कराने में सुविधा होगी. स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण का काम सिर्फ केंद्र से राशि जारी न होने के कारण अटका पड़ा था. इस वजह से निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा था.
पूर्णिया, सीतामढ़ी और दरभंगा के अल्पसंख्यक बहुल आबादी वाले किरटपुर, मनिगाछी, बखोरा, खासगंज, वभनगांव, मेंडर, हरदा, रानी पत्रा, कस्वा, दिघौरा, अमौर और बैसा में स्वास्थ्य केंद्र भवन बनेंगे. तीनों जिलों में अल्पसंख्यक बहुल आबादी वाले टोलें टीवी, दम्मा, मिर्गी व अन्य संक्रामक रोगों से त्रस्त हैं.
साथ ही इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य के प्रति उतनी जागरुकता भी नहीं देखने को मिलती है. अब आशा है कि स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण होने के बाद हालत में बदलाव आयेगा. स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य केंद्र भवन न होने के कारण लोग प्राइवेट अस्पतालों या दूसरे जिलों में अपना महंगा इलाज कराने को विवश हैं. तीनों जिलों में स्वास्थ्य केंद्र भवनों के निर्माण की डिमांड को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों ने आंदोलन किया था.