पटना : बिहार में सातवें वेतनमान की मांग को लेकर पूरे राज्य भर के शिक्षक आंदोलन करने की तैयारी में जुटे हुए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वेतनमान में वृद्धि को लेकर सरकारी नीतियों के विरोध में बिहार के शिक्षक जिला मुख्यालयों पर आक्रोशपूर्ण धरना-प्रदर्शन करने के साथ काला बिल्ला लगाकर आंदोलन करेंगे. आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने के लिए मंगलवार को अररिया जिले के भरगामा प्रखंड में बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की ओर से बैठक की गयी.
बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष ललित कुमार ललन ने की. बैठक में सातवें वेतन की मांग को ले आंदोलन की रूप रेखा तैयार की गयी. इस मौके पर संघ के सचिव सुरेश यादव ने कहा कि सरकार के अनुसार नियोजित शिक्षक राज्यकर्मी नहीं हैं, तो फिर सरकार किस आधार पर सेवाशर्त नियमावाली तैयार कर रही है. अध्यक्ष ललित कुमार ललन ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू के आह्वाहन पर 13 जनवरी को जिला मुख्यालय में आक्रोशपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया जायेगा.
माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी जताया विरोध
अररिया जिले के नियोजित शिक्षकों को वेतनमान से वंचित किये जाने के राज्य सरकार के निर्णय का माध्यमिक शिक्षक संघ ने विरोध जताया है. माध्यमिक शिक्षक संघ अररिया के जिलाध्यक्ष अजय कुमार सिंह, सचिव असरारूल हसन, परीक्षा सचिव मनोज कुमार मेहता, प्रमंडलीय कार्यकारिणी सदस्य भुवनेश्वर प्रसाद गुप्ता, मूल्यांकन परिषद के सदस्य मो आदिल सरवर ने संयुक्त रूप से वित्त सचिव राहुल कुमार के बयान की निंदा की है. साथ ही सरकार के दोहरी नीति का विरोध जताया है. संघ के जिलाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बयान जारी कर सरकार से अविलंब शिक्षकों को पूर्ण वेतनमान 9300-34800 के साथ सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा को लागू करने की मांग की है.
20 जनवरी तक काला बिल्ला लगाकर जतायेंगे विरोध
माध्यमिक शिक्षक संघ के अररिया जिलाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने यह भी कहा है कि अगर सरकार की ओर से उनकी मांगें नहीं मानी गयीं, तो शिक्षक समुदाय सरकार के सारे कार्यों का बहिष्कार करेंगे. उन्होंने बताया कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ पटना के निर्देश के आलोक में आगामी 11 जनवरी से 20 जनवरी तक शिक्षक काला बिल्ला लगा कर विरोध जतायेगा. इसके साथ ही आगामी 28 जनवरी को प्रमंडलीय स्तर पर धरना दिये जाने निर्णय लिया गया है.