शेखपुरा:बिहार के शेखुपरा में मनरेगा जेई हत्याकांड में शनिवार की रात आरोपी बालमुकुंद यादव की तलाश में छापेमारी करने कारे गांव पहुंची पुलिस टीम की रवैया के खिलाफ पूरा गांव उबल पड़ा. उग्र ग्रामीणों ने रविवार की सुबह बरबीघा शेखपुरा स्टेट हाईवे को टोठिया पहाड़ के समीप आवागमन बाधित कर दिया. इस दौरान सड़क जाम समाप्त करवाने पहुंची पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया.
हालांकि इस घटना में किसी भी पुलिसकर्मी के जख्मी होने की खबर नहीं है. लेकिन ग्रामीणों के पथराव के बाद पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए अपना कदम वापस ले लेना ही मुनासिब समझा.
पुलिस लाइन से कुछ ही दूरी पर घटित घटना के दौरान मौके पर पहुंची पुलिस को बलों के अभाव की भी कमी झेलना पड़ा. पथराव की घटना में मौके पर पत्रकार धर्मेंद्र कुमार चोटिल हो गये.
सड़क जाम कर रहे बड़ी तादाद में महिलाओं एवं ग्रामीणों ने कहा कि मध्य रात्रि करीब 1:00 बजे जब शेखपुरा थाना अध्यक्ष संतोष कुमार के नेतृत्व में पुलिस पर कारे गांव पहुंचे तब वहां महादलित टोले में जमकर सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान पुलिस ने कई घरों के दरवाजों को राइफल के कुंदो से छतिग्रस्त कर दिया. फिर घरों के अंदर घुसकर पुलिस ने तलाशी ली.
मौके पर महिला नेत्री शांति देवी ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस में दर्जनों महादलित के घरों में घुसकर असंसदीय शब्द का प्रयोग करते हुए महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया. आक्रोशित ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष के विरुद्ध कार्यवाही करने के साथ-साथ इस घटना में आरोपी बालमुकुंद को पूरी तरह बेकसूर बताया. सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों में आक्रोश को देखते हुए मौके पर एसडीपीओ अमित शरण एसडीएम सुबोध कुमार बड़ी तादाद में सुरक्षाबलों के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत का भी पहल किया.
इस दौरान राजद के पचायती राज प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष विजय कुमार यादव विधिज्ञ संघ के नेता चंद्रमौली यादव बरबीघा विधायक प्रतिनिधि राजेश कुमार की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच वार्ता हुई. मौके पर ग्रामीणों ने बारी-बारी कर थानाध्यक्ष के विरुद्ध अपना शिकायत दर्ज कराया. वहीं अधिकारियों के पहल कदमी पर ग्रामीणों का शिष्टमंडल जिलाधिकारी दिनेश कुमार एवं एसपी राजेंद्र कुमार भील को अपना मांग पत्र सौंपा. करीब 2 घंटे तक सड़क मार्ग पर जाम की स्थिति के कारण यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।