पटना : पूर्व सांसद शहाबुद्दीन सीवान जेल से अहले सुबह सात बजे तिहाड़ से पहले पटना के बेऊर जेल पहुंचा. स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने शहाबुद्दीन को बेऊर जेल प्रशासन के हवाले कर दिया है. तिहाड़ जाने के पूर्व शहाबुद्दीन को शनिवार शाम तक के लिये पटना के बेऊर जेल में रखा गया है. शहाबुद्दीन की सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गये हैं. वहीं दूसरी ओर दिल्ली ले जाने के लिए भी विशेष टीम साथ में मौजूद है. सूत्रों की माने तो पटना बेऊर जेल में शहाबुद्दीन को एक अलग वार्ड में रखा गया है. शहाबुद्दीन के आगमन को लेकर बेऊर जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. जानकारी के मुताबिक जेल अधीक्षक के अलावा उस वार्ड में और किसी के जाने की इजाजत नहीं है. बताया जा रहा है कि जैसे ही शहाबुद्दीन बेऊर जेल पहुंचा उसे देखने के लिये बाकी कैदियों की भीड़ जमा हो गयी लेकिन बाद में जेल प्रशासन ने वहां से कैदियों को हटा दिया.
रात के अंधेरे में रवाना हुए शहाबुद्दीन
इससे पूर्व सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दो दिन बाद राजद के पूर्व बाहुबली सांसद मो शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) शुक्रवार की देर रात करीब 2.43 बजे सीवान जेल से पूरे राजसी ठाठ के साथ रवाना हो गयी. शुक्रवार की देर रात देर रात काले रंग की सूमो गाड़ी में एसटीएफ की टीम शहाबुद्दीन को लेकर निकली. इसके साथ पुलिस अधिकारियों की सात गाड़ियों का काफिला भी इसमें शामिल था. इस काफिले में कई थानों की पुलिस के अलावा एसएसपी कार्तिकेय और एसडीओ भूपेंद्र नारायण यादव भी शामिल थे. सूत्रों ने बताया कि पुलिस शहाबुद्दीन को पहले पटना ले जायेगी और फिर उसके बाद पुलिस का यह काफिला दिल्ली के लिए रवाना होगा.
सूत्रों की सूचना यह भी है कि देर रात पुलिस के काफिले के साथ कुख्यात बाहुबली सांसद को तिहाड़ ले जाते समय राजद के कुछ कार्यकर्ता भी मौजूद थे. हालांकि, शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुक्रवार की आधी रात से ही शुरू हो गयी थी. इस प्रक्रिया के दौरान जिले के करीब आधा दर्जन से अधिक थानों की पुलिस जेल के अंदर जाकर सुरक्षा व्यवस्था को चौबंद किया. इसके बाद शहर में पुलिस के जवानों की गश्त भी तेज कर दी गयी.
राजद के पूर्व सांसद और कुख्यात अपराधी शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने की प्रक्रिया के दौरान रात दो बजे उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया. सदर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ एके आलम ने उनके स्वास्थ्य की जांच की. इसकी भनक लगते ही समर्थकों व मीडियाकर्मियों का मजमा लग गया. जेल के गेट पर समर्थकों की भीड़ जुट गयी. पुलिस का काफिला निकलते ही लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की.
सुप्रीम कोर्ट की ओर से बीते 15 फरवरी को सीवान जेल से तिहाड़ में शिफ्ट करने का आदेश दिया था. पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन और चंदा बाबू की याचिका के सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा था कि शहाबुद्दीन के मामलों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बिहार में ही होगी. इसके साथ ही, जेल में उन्हें किसी प्रकार की विशेष सुविधा नहीं दी जायेगी.