शराब के अवैध कारोबार में पुलिसकर्मियों की संदिग्ध भूमिका के मद्देनजर बिहार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. राजधानी पटना के बेउर थाना के सभी पुलिसकर्मियो को एक साथ सस्पेंड कर दिया गया है.
थानेदार धीरेंद्र कुमार पांडेय के साथ थानेे के सभी 40 स्टॉफ को सस्पेंड कर दिया गया है. इस थानेदार समेत एसई और एएसआई की संख्या 10 और सिपाहियों की संख्या 25 थी. इसके अलावा दूसरे स्टॉफ थे.
दरअसल पटना सेट्रल जोन के डीआईजी शालीन ने एसएसपी मनु महाराज को बेउर थाना के थानेदार से लेकर कॉस्टेबल तक सभी को सस्पेंड करने का निर्देश दिया है. इन सभी पुलिसकर्मियों पर शराब माफियाओं को संरक्षण देने के अलावा शराबबंदी कानून में पकड़े गये लोगो को घूस की मोटी रकम लेकर छोड़ने का आरोप है.
सेंट्रल रेंज के डीआईजी शालीन ने बताया कि एक विश्वसनीय सूत्र की सूचना थी कि इलाके में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है. इस मामले में कुछ पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई. पहली नजर में सूचना के सही पाने के आधार पर थाने से सभी स्टॉफ के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
उन्होंने कहा कि इस तरह की सूचना के आधार पर मैंने सीटी एसपी (पश्चिमी) को जांच के आदेश दिये हैं. जब तक ये जांच नहीं हो जाती है तब तक वहां से सभी कर्मियों को वहां से हटाने का फैसला लिया गया है.
राज्य में अवैध शराब के कारोबार के मद्देनजर पटना के एक थाने के सभी स्टॉफ को लाइन हाजिर के फैसले को बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.