पटना :आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने अपराध और घोटाले के 16 आरोपितों की संपत्ति जब्त करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (इडी) को प्रस्ताव भेजा है. प्रीवेंशन ऑफ मनी लाउंड्रिंग एक्ट, 2002 (पीएमएलए) के तहत यह प्रस्ताव भेजा गया है. इस सूची में मोकामा के विधायक अनंत सिंह व टॉपर्स घोटाले का मुख्य अभियुक्त अमित कुमार उर्फ बच्चा राय भी शामिल हैं. इस सूची में शामिल सभी की संपत्ति करोड़ों में है, जिसका पूरा विवरण तैयार करके इडी को भेज दिया गया है. इससे पहले राज्य सरकार की तरफ से संपत्ति जब्त करने के लिए 52 ऐसे लोगों की सूची इडी के पास भेजी जा चुकी है.
इस तरह इडी के पास कुल 68 दागियों की सूची भेजी जा चुकी है. इनमें से 16 की संपत्ति इडी अब तक जब्त कर चुका है. शेष प्रस्तावों पर क्रमिक रूप से कार्रवाई की जा रही है.
पीएमएलए के तहत अपराधियों की संपत्ति जब्त करने का अधिकार सिर्फ इडी के पास है. इओयू केवल प्रस्ताव भेज सकता है. इडी इन प्रस्तावों और भेजे गये तमाम विवरणों की समीक्षा करने के बाद ही जब्ती की कार्रवाई करता है. हालांकि, बिहार ने भ्रष्टाचार से अर्जित संपत्ति जब्त करने के लिए स्पेशल कोर्ट एक्ट तैयार किया है, लेकिन इसकी प्रक्रिया लंबी होने के कारण इसमें समय लगता है. साथ ही इसका दायरा भी कम है. इओयू के आइजी िजतेंद्र िसंह गंगवार ने बताया िक 16 और की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव इडी को भेज दिया गया है. कई प्रस्ताव पहले से इडी के पास लंबित हैं. पीएमएलए के तहत पांच करोड़ तक के मामलों में संपत्ति जब्ती का अधिकार इओयू को देने के लिए केंद्र से कई बार आग्रह िकया गया है. पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे संपत्ति जब्ती में तेजी नहीं आ पा रही है.
अनंत सिंह, टॉपर्स घोटाले का आरोिपत बच्चा राय, गया के इंट्री माफिया महताब खान व मनोज यादव, मुंगेर के हथियार तस्कर मेहताब व रवि शर्मा, प्रतिज्ञा चिटफंड कंपनी का संचालक दीपेंद्र बनर्जी , प्रद्युमन शर्मा, अश्विनी ग्रुप ऑफ कंपनीज का मालिक अश्विनी कुमार सिंह, ड्रग्स तस्कर छट्ठू पासवान, पटना में करोड़ों की ठगी करनेवाले दंपती सुरेंद्र कुमार व सीता कुमारी के अलावा मिलर नालंदा के पुरुषोत्तम जैन व दिनेश गुप्ता, पटना का पंकज कुमार, पूर्णिया के ब्रजेश यादव व निखिल सिंह व दरभंगा का दिनेश चौधरी।