भागलपुर: आर्यभट्ट कोचिंग के संचालक अजय कुमार सिंह की पुत्री शाश्वती के तथाकथित अपहरण के हाइवोल्टेज ड्रामे का रविवार को पटाक्षेप हो गया. रविवार को एसएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी. एसएसपी ने बताया कि रविवार की रात शाश्वती सकुशल घर वापस लौट गयी.
उसका शुक्रवार की शाम को तथाकथित अपहरण कर लिया गया था. शाश्वती ने अपने डॉक्टर मित्र केतन आनंद और उसके साथी डॉ मणिकांत के साथ मिल कर खुद अपने अपहरण की साजिश रची और अपने मम्मी-पापा से 70 लाख रुपये की रकम मांगी. एसएसपी मनोज कुमार ने कहा कि शाश्वती को खोजने में साइबर सेल और स्पेशल टीम को लगाया गया था और दोनों टीम ने तत्परता के साथ रिजल्ट दिया. एसएसपी ने बताया कि शाश्वती के प्रेमी केतन आनंद ने शाश्वती के घरवालों से भी बात की है. पुलिस के दवाब में आकर केतन ने शाश्वती को लौटाने की बात कही. इधर सोमवार को पुलिस ने शाश्वती का धारा 164 के तहत बयान भी दर्ज करा लिया है.
अनुसंधान में जो भी दोषी हुआ, होगी प्राथमिकी : इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने कहा कि छठ जैसे अवसर पर शहर में इस तरह की घटना ने शहरवासियों और पुलिस प्रशासन को सकते में डाल दिया था. उन्होंने कहा कि पुलिस की तत्परता से मामले का पता लगा लिया गया. पुलिस मामले में अनुसंधान कर रही है. किसी भी हाल में मामले में दोषी को नहीं बख्शा जायेगा. उन्होंने कहा कि दोनों डॉक्टरों से भी पूछताछ होगी. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस शाश्वती से भी पूछताछ करेगी और उसका बयान लेगी.
कौन है डॉ केतन और उसका साथी
एसएसपी ने बताया कि शाश्वती का प्रेमी डॉ केतन दिल्ली के तिलकनगर का रहनेवाला है. वह वहां जफरपुर स्थित रेडरोज अस्पताल में डॉक्टर है. वहीं केतन के साथ डॉ मणिकांत भी दिल्ली के जफरपुर में ही रॉवतुला अस्पताल में डॉक्टर है. वह पटना का रहनेवाला है. डॉ केतन और डॉ मणिकांत के परिजन और शाश्वती के परिजन की एसएसपी से फोन पर बातचीत हुई. इस दौरान शाश्वती से भी बातें हुई.