प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण पर चर्चा का आज जवाब दे रहे हैं. उन्होंने चर्चा में शामिल होने वाले सांसदों के नामों का उल्लेख किया. उन्होंने खुद पर भूकंप लाने वाला शख्स होने के कटाक्ष का जवाब देते हुए कहा कि अाखिरकार भूकंप आ ही गया. कोई तो कारण होगा कि धरती रूठ गयी. उन्होंने तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी पर व्यंग करते हुए कहा कि आपकी सेहत ठीक हो रही है, आपका कल्याण होगा.
मोदी ने कहा कि मैं सोच रहा था कि आखिर भूकंप आया कैसे. उन्होंने कहा कि स्कैम देखने पर मां भारती दुखी हो जाती हैं और भूकंप आ जाता है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपतिजी ने अभिभाषण में जनशक्ति का ब्यौरा दिया है. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यवस्था लोकतांत्रिक हो या अलोकतांत्रिक जनशक्ति का मिजाज कुछ और ही होता है.
नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कल मल्लिकार्जुन जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही है जिसने लोकतंत्र बचाया और आप प्रधानमंत्री बन पाये. उन्होंने व्यंग करते हुए कहा कि आपकी बड़ी कृपा जो लोकतंत्र बचाया, लेकिन अपनी पार्टी का लोकतंत्र पूरी तरह एक परिवार को आहूत कर दिया और सन 75 के कालखंड में देश को जेल बना दिया, जयप्रकाश बाबू सहित तमाम लोगों को जेल में डाल दिया. अखबारों में ताले लगा दिये गये, लोकतंत्र को कुचलने का हर प्रयास किया गया, लेकिन इस देश की जनशक्ति से ये चीजें बदल दी और एक गरीब मां का बेटा भी देश का प्रधानमंत्री बन सका.
उन्होंने कहा कि 1857 की लड़ाई में जब कांग्रेस का जन्म नहीं हुआ था, तो देश के लोगों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी, कमल तब भी था और आज भी है.
उन्होंने कहा कि ज्यादातर नेताओं ने जनशक्ति की ताकत को पहचानना छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि मुझ जैसे सामान्य से व्यक्ति ने बातोंबात में कहा कि जो अफोर्ड कर सकते हैं, वो गैस सब्सिडी छोड़ दें. 2014 का चुनाव जब हम लड़ रहे थे, तब एक पार्टी इस बात पर चुनाव लड़ रही थी कि हम नौ सिलेंडर देंगे या दस. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ दी.
देश के राजनीतिक जीवन में सक्रिय लोगों से अपील करता हूं कि देश की जनशक्ति को पहचानें. भारत को ऊंचाई पर ले जाने के लिए साकारात्मक माहौल बनाने के लिए जनशक्ति को पहचानना जरूरी है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम देश को उसकी पूर्णता में स्वीकार करें. कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि आजादी सिर्फ एक परिवार ने दिलायी है. ये वीर सावरकर, चंद्रशेखर आजाद भी थे जिन्होंने देश को आजादी दिलाने में खुद को न्यौछावर कर दिया.
मोदी ने कहा कि एक चर्चा आयी है बजट को जल्द प्रस्तुत करने की. उन्होंने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है, हमारी अर्थव्यवस्था खेती पर आधारित है. उन्होंने कहा कि नवंबर तक में फसल तैयार हो जाती है. एक जून से बारिश शुरू हो जाती है. उन्होंने कहा कि क्या कारण था कि आजादी के सालों बाद तक पांच बजे बजट आता था, इसलिए आता था क्योंकि यह समय यूके की संसद के समय के अनुरूप थी. उस समय को अटल जी की सरकार ने बदला.
उन्होंने कहा कि बजट को पेश करने की तारीख में हमने कांग्रेस सरकार के समय के प्रस्ताव के आधार पर ही फैसला लिया. उन्होंने रेलवे बजट की चर्चा करते हुए कहा कि यह 90 साल से पेश होता रहा है. पहले रेलवे सिर्फ यातायात का साधन थी, अब बहुत सारे साधन हैं, हालांकि उसके केंद्र में रेल है. उन्होंने रेलवे में निजीकरण की आशंका को खारिज किया.