नई दिल्ली: राज्यसभा में आज सपा नेता रामगोपाल यादव ने नोटबंदी पर सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि यह ख़बर फैलायी जा रहा है कि नोट में चीप लगा हुआ है और इससे कालाबाजारी रुकेगी. यदि ऐसा होता तो अमेरिका पहले नहीं लगा लेता. उन्होंने कहा कि अभी अगर चुनाव होते और भाजपा वाले वोट मांगने गांव चले जाते तो महिलाएं उन्हें बेलन से मारतीं और उनका पीठ सीधा कर देंतीं.
यादव ने कहा कि किसानों को नोट बंदी से नुकसान हो रहा है. किराना पर इस फैसले का बुरा प्रभाव पड़ रहा है. दिल्ली के बाहर 2000 के नोट को कोई नहीं लेगा क्योंकि लोगों के पास छुट्टे नहीं हैं. इसी बीच सीपीएम नेता सीताराम येचुरी अपनी सीट से उठे और कहा कि मेरे पास 2000 का नोट 9 तारीख से पड़ा है कोई लेता ही नहीं.
सपा से निष्कासित सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि पीएम मोदी ने पेड़ तो आम का लगाना चाहा लेकिन बबूल का लग गया. इससे जनता को केवल परेशानी हुई. किसी बड़े आदमी के चेहरे पर इस फैसले से शिकन नहीं आई. कोई बड़ा आदमी कतार में खड़ा नहीं पाया गया. उन्होंने खान मार्केट का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां एक भी ग्राहक नहीं था. ऐसी स्थिति आपातकाल में भी नहीं थी. जनता अपना पैसा लेकर भिखारी बनी हुई है.
रामगोपाल यादव को जवाब देते हुए राज्यसभा में भाजपा सांसद पीयूष गोयल ने कहा कि आज पूरा देश सरकार के इस कदम का स्वागत कर रहा है. पहली बार देश में ईमानदार का सम्मान हुआ है और बेईमान का नुकसान. नोट बंदी से केवल कुछ लोगों का तकलीफ हो रही है. गोयल ने नोटबंदी से होने वाले लाभ से सदन को अवगत कराया. गोयल ने कहा नोट बंदी से महंगाई भी घटेगी. फैसला गुप्त रखने से बेइमान दुखी हैं. यी भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग है.