दक्षिण मुंबई के भिंडी बाजार इलाके में गुरुवार को एक पांच मंजिला रिहाइशी इमारत ध्वस्त हो गयी जिसमें 10 लोग मारे गये, 15 घायल हो गये. आशंका है कि कई लोग मलबे में अभी भी फंसे हो सकते हैं. दमकल विभाग के सूत्रों ने बताया कि जेजे अस्पताल के नजदीक पकमोडिया सड़क पर स्थित इस इमारत के भूतल पर 12 कमरे और छह गोदाम बने हुये थे. यह इमारत सुबह करीब साढ़े आठ बजे ध्वस्त हुई.
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए एक शख्स ने बताया कि उसके जीजा और दीदी मलबे में दबे हुए हैं और वे बार-बार मलबे के अंदर से फोन करके कह रहे हैं कि वे जिंदा हैं. उन्हें बाहर निकाला जाए. इसी बीच डॉग स्क्वायड की टीम भी वहां पहुंच चुकी है जो मलबे में जिंदा फंसे लोगों की पहचान बतायेगी जिसके बाद उन्हें बाहर निकाला जा सकेगा.
मलबे से अभी तक 25 लोगों को जिंदा बाहर निकाला जा चुका है. घटनास्थल पर मौजूद दमकल सूत्रों के मुताबिक, ‘ ‘करीब नौ परिवार इमारत में रहते थे. मलबे में 30 लोगों के फंसे होने की आशंका है. ‘ ‘ बृहन्मुंबई नगर निगम (एमसीजीएम) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया ‘ ‘हमारे आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ को इमारत गिरने की सूचना सुबह करीब आठ बज कर 40 मिनट पर मिली. हमने फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए तुरंत दमकल कर्मचारियों को घटनास्थल पर भेजा. हमें मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. ‘ ‘
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक 12 लोगों को जेजे अस्पताल ले जाया गया है. जोन एक के डीसीपी मनोज शर्मा ने बताया, ‘ ‘फंसे हुए लोगों की सही संख्या के बारे में तत्काल पता नहीं चल सका है. बचाये गये लोगों को जेजे अस्पताल ले जाया गया है. ‘ ‘
इस बीच, दमकल विभाग के सूत्रों ने सूचना दी है कि हादसे में एक बुजुर्ग दंपत्ति सहित तीन लोगों की मौत हो गयी है. दमकल कर्मचारियों की मदद से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 45 सदस्यीय एक टीम बचाव अभियान चला रही है. यह भी ज्ञात नहीं है कि यह इमारत एमसीजीएम के दायरे में स्थित खतरनाक इमारतों की सूची में शामिल थी या नहीं.