पटना : संस्कृत शिक्षा बोर्ड की मध्यमा परीक्षा के रिजल्ट में भी प्रथम श्रेणी में पास करने का खेल चला. उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन में दस हजार परीक्षार्थी को प्रथम श्रेणी में पास कर दिया गया था. लेकिन, हाइकोर्ट के आदेश पर जब तमाम उत्तर पुस्तिका की जांच दोबारा की गयी, तो सात हजार परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी से बाहर हो गये. यानी प्रथम श्रेणी में अब केवल तीन हजार परीक्षार्थी ही शामिल है. बाकी सात हजार परीक्षार्थी द्वितीय व तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं.