नयी दिल्ली: सरकार के 500 और 1,000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध लगाने के फैसले से करीब एक सप्ताह पहले ही रिजर्व बैंक ने बैंकों को निर्देश दे दिया था कि वह अपने कम से 10 प्रतिशत एटीएम यानी करीब 20,000 एटीएम को केवल 100 रुपये का नोट जारी करने के अनुरुप व्यवस्थित कर लें. बैंकों को इस आदेश को पूरा करने के लिये 15 दिन का समय दिया गया था. हालांकि, इससे पहले कि बैंक इस प्रक्रिया को पूरा करते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आठ नवंबर की शाम को ही 500 और 1,000 रुपये का नोट बंद करने की घोषणा कर दी.
रिजर्व बैंक द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया कि सरकार की साफ सुथरे नोट की नीति और जनता की 100 रुपये के बैंकनोट की उचित जरुरतों को ध्यान में रखते हुये बैंकों को अपने एटीएम से खुदरा इस्तेमाल के लिये बैंक नोट जारी करने में अधिक इस्तेमाल होता है 100 रुपये के नोट अधिक संख्या में जारी करने चाहिये.
बैंकों को इस दिशा में प्रोत्साहित करने के लिये यह निर्णय लिया गया है कि शुरुआती परीक्षण के तौर पर बैंकों के 10 प्रतिशत एटीएम केवल 100 रुपये के ही नोट जारी करें. ‘‘आपको इसलिये यह सलाह दी जाती है कि अपने 10 प्रतिशत एटीएम को इस व्यवस्था के अनुरुप नये सिरे से व्यवस्थित करें.’ देश में करीब दो लाख एटीएम हैं. इस बारे में तुरंत पता नहीं चल पाया कि कितने बैंकों ने रिजर्व बैंक के इस आदेश का पालन किया. सरकार के उंचे मूल्य वर्ग के नोट वापस लेने के फैसले के बाद छोटे नोट पाने के लिये बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी लाइनें लग रही हैं