भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने न्यूजीलैंड और भारत के बीच चल रही मौजूदा टेस्ट सीरीज को रद्द करने की धमकी दी है. लोढ़ा समिति की तरफ से बोर्ड के खाते सील किए जाने की खबरों के बीच बोर्ड ने ये धमकी दी गई है.सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय क्रिकेट की “सफाई” और उसके कामकाज को बेहतर बनाने के बारे में जस्टिस लोढ़ा समिति से सिफारिश देने को कहा था. लेकिन लोढ़ा समिति अपनी सिफारिशों पर अमल न होने से नाराज बताई जाती है. समिति ने पुष्टि की है कि उसने बैंकों से बीसीसीआई को दो भुगतान रोकने को कहा है, इसके अलावा बोर्ड नियमित खर्चों के लिए अपने फंड्स का इस्तेमाल कर सकता है.
जिन बैंकों में बीसीसीआई के खाते हैं, उन्हें लोढ़ा समिति ने “निर्देश दिया था” कि राज्य क्रिकेट संघों को बड़ी रकम का भुगतान न करें. बीसीसीआई के खाते सील करने की खबरों के बाद लोढ़ा समिति ने मंगलवार को स्पष्टीकरण जारी किया. समिति का कहना है, “हमने बीसीसीआई के खाते सील नहीं किए हैं. हमने बैंकों को ये निर्देश दिया है कि वो राज्य संघों को पैसे न दें. रोजमर्रा का खर्च, मैच और खेल ये सब तो चलता ही रहेगा. इस पर किसी तरह की रोक नहीं है.”
लेकिन बीसीसीआई का कहना है कि राज्य संघ मैच आयोजित कराने के मामले में बोर्ड पर निर्भर हैं और लोढ़ा समिति के फैसले के कारण वो काम नहीं कर पा रहे हैं और मौजूदा भारत-न्यूजीलैंड सीरीज के आगामी मैचों की उनकी तैयारियां प्रभावित हो रही हैं.
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया, “जिस तरह का बर्ताव हमारे साथ हो रहा है, हम उससे बहुत परेशान हैं. मैचों के आयोजन के लिए वो बीसीसीआई पर निर्भर हैं. अब तक सात संघों ने कह दिया है कि वो मैच आयोजित नहीं करा पाएंगे जबकि नौ संघों ने इस मामले में जानकारी मांगी है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो (न्यूजीलैंड के खिलाफ) सीरीज को रद्द करना पड़ेगा.”
अधिकारी का कहना है, “अब बहुत दखलंदाजी हो रही है. लोगों को यह समझना होगा कि बीसीसीआई के प्रशासन में ही भारत क्रिकेट का सुपर पावर बना है. हम अकेली ऐसी खेल संस्था हैं जिसने सरकार समेत किसी से भी एक पैसा तक नहीं लिया है. ये सब कुछ हमने अपने आप खड़ा किया है.”
दूसरी तरफ न्यूजीलैंड क्रिकेट के प्रवक्ता का कहना है कि उन्हें मैच के आयोजन को लेकर बीसीसीआई की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है. प्रवक्ता ने स्थानीय मीडिया को बताया, “पहली बार हम ऐसा कुछ सुन रहे हैं. हम तो नियमित कार्यक्रम के अनुसार इंदौर में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट मैच की तैयारी कर रहे हैं.”
बीसीसीआई दुनिया की सबसे अमीर खेल संस्था है, लेकिन उसके कामकाज पर हमेशा सवाल उठाए जाते हैं. आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के मामले सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय क्रिकेट में सुधार के लिए लोढ़ा समिति का गठन किया था. बीसीसीआई ने शनिवार को कहा कि वो लोढ़ा समिति की कुछ सिफारिशों पर अमल करेगी लेकिन बोर्ड में सुधार समेत समिति की कई अहम सिफारिशों को उसने अनदेखा किया है. बीसीसीआई को ज्यादातर राजनेता और उद्योगपति ही चलाते हैं. लोढ़ा समिति ने अपनी रिपोर्ट में बीसीसीआई के अधिकारियों की उम्र और कार्यकाल पर बंदिशें लगाई हैं जबकि उन्हें लगातार दो कार्यकाल दिए जाने का भी विरोध किया है.