पटना : बिहार की राजधानी पटना में दलित नाबालिग लड़की का यौन शोषण करने और सेक्स रैकेट मामले में अब नया मोड़ आ गया है. पुख्ता जानकारी के मुताबिक बिहार पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर मुख्य आरोपी निखिल प्रियदर्शी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने की अपील की है. बिहार पुलिस चाहती है कि निखिल प्रियदर्शी देश छोड़कर कहीं भी बाहर ना जा पाये. वहीं इस मामले में फंसे अन्य आरोपी और कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय के खिलाफ जांच जारी है. जांचकर्ता टीम को ब्रजेश पांडेय के खिलाफ सबूत इक्कट्ठा करने को कहा गया है. गौरतलब हो कि बिहार कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय पर एक दलित लड़की के यौन शोषण का मामला दर्ज हुआ है. दलित लड़की कांग्रेस के एक पूर्व मंत्री की बेटी है.
नाबालिग दलित लड़की से यौन शोषण और सेक्स रैकेट चलाने के मामले में कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय पर मामला दर्ज होने के बाद बिहार में सियासी भूचाल आ गया है. बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने मामले को विधानसभा सत्र के दौरान उठाने की बात कही है. वहीं बीजेपी के विधायक नितिन नवीन ने प्रभात खबर को बताया कि यह मामला दिसंबर में ही सामने आया था, लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. मीडिया द्वारा मामले को उछाले जाने के बाद अब सरकार पर दबाव है कि इस मामले की जांच कराए. नितिन ने कहा कि पहले सरकार इस मामले की लीपापोती करना चाहती थी. वहीं दूसरी ओर जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद ने कहा कि बिहार में कानून अपना काम करेगा. इस मामले में भी जांच चल रही है. बीजेपी का सदन में मामला उठाया जाना उनका अधिकार है, भाजपा को अपने स्व. विधायक राजकिशोर केसरी के बारे में भी एक मामला उठाया जाना चाहिए कि, आखिर उनकी हत्या किसलिए हुई थी?