बिहार एक बार फिर इतिहास रचने को तैयार है. नशामुक्ति के पक्ष में शनिवार को राज्य में विश्व की सबसे बड़ी मानव शृंखला बनेगी. दो करोड़ से अधिक लोग 45 मिनट तक एक-दूसरे का हाथ थाम कर इसका हिस्सा बनेंगे. यह राज्यव्यापी शृंखला दिन के 12:15 से एक बजे तक बनेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी पटना के गांधी मैदान में इसका हिस्सा बनेंगे. यहां मानव शृंखला के जरिये बिहार का मानचित्र बनाया जायेगा. वहीं, राज्य के अन्य मंत्री और विभाग के प्रधान सचिव अपने-अपने प्रभारवाले जिलों में इसका नेतृत्व करेंगे.
जदयू, राजद, कांग्रेस और भाजपा समेत अधिकतर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे. सांसद, विधायक, विधान पार्षद समेत राजनीतिक दल के लोग, स्कूल-कॉलेज की छात्र-छात्राएं, सरकारी कर्मचारी इसमें शामिल होंगे. मानव शृंखला की वीडियोग्राफी के लिए सभी जिलों में एक-एक ड्रोन के साथ वीडियोग्राफी दल को भेज िदया दिया गया है.
साथ ही राज्य सरकार के चार हेलीकॉप्टर से भी एरियल फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की जायेगी. इसके अलावा इसरो और अंतरराष्ट्रीय सेटेलाइट से भी पूरे राज्य की मानव शृंखला की एक साथ फोटोग्राफी होगी. इसे विश्व रिकॉर्ड में शामिल कराने के लिए लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड से भी रजिस्ट्रेशन कराया गया है और सरकार उनसे लगातार संपर्क में है. मानव शृंखला बनाने में सहयोग करने के लिए शिक्षा विभाग ने सभी जिलों में एक-एक प्रभारी पदाधिकारी भी प्रतिनियुक्त किया है. साथ ही विभाग के सचिव, अपर सचिव और निदेशकों को भी अलग-अलग प्रमंडलों में भेजा गया है.
खुशनुमा माहौल में एक दूसरे का हाथ पकड़ खड़े होंगे दो करोड़ लोग
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और डीजीपी पीके ठाकुर ने सभी डीएम-एसपी को मानव शृंखला को खुशनुमा माहौल में कराने का निर्देश दिया है. साथ ही जगह-जगह पर एंबुलेंस और पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है. मॉनीटरिंग के लिए पटना मुख्यालय के अलावा जिला व प्रखंडों में अलग-अलग कंट्रोल रूम बनाये गये हैं. जिस क्षेत्र में आबादी नहीं होगी, वहां लोगों को बसों से लाया जायेगा और मानव शृंखला के बाद पहुंचाया जायेगा.
किसी दल का झंडा व बैनर नहीं होगा हाथ में
इसमें शामिल होने के लिए क्लास छह से हाइ, प्लस टू, कॉलेज के छात्र-छात्राओं समेत सभी स्तर के जनप्रतिनिधि, सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, सभी समुदायों, आम लोगों से अपील की गयी है. राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता भी चेन का हिस्सा बनेंगे, लेकिन इसमें किसी दल का झंडा, बैनर का उपयोग नहीं किया जा सकेगा.
नैतिक जिम्मेदारी के साथ निजी जवाबदेही तय
सरकार ने सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक, शिक्षक, आशा दीदी, सेविका सहायिका, पंचायत के मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य समेत अन्य यह सुनिश्चित करेंगे कि उनकी ओर से लाये जानेवाले लोग सुरक्षित घर लौट गये हों. इसके बाद ही वे लोग लौटेंगे. यह सभी की नैतिक जिम्मेदारी के साथ-साथ निजी जवाबदेही भी है. सरकार ने साफ किया है कि मानव शृंखला 12:15 से एक बजे तक बनेगी. इसके लिए 11:45 बजे तक निर्धारित रूट में जुट जाएं.
बिहार दिवस में पुरस्कृत होंगे तीन जिले
मानव शृंखला में उत्कृष्ट काम करनेवाले तीन जिलों को बिहार दिवस 2017 में पुरस्कृत किया जायेगा. उत्कृष्ट जिलों का चयन वातावरण निर्माण, माइक्रोप्लानिंग, राज्य से निर्धारित मेन रूट व जिसे के सब रूट की शत-प्रतिशत उपलब्धि, दोनों रूट पर मानव शृंखला में उपस्थिति और उसकी काउंटिंग के आधार पर की जायेगी.
सब आएं, हाथ मिलाएं, दें एकजुटता का संदेश : सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सभी लोगों से मानव शृंखला में भाग लेने की अपील की है. शुक्रवार को यहां सैंडिस कंपाउंड में आयोजित चेतना सभा में उन्होंने कहा कि कल (21 जनवरी) मानव शृंखला बनेगी. इसमें सभी शामिल होइएगा. दो करोड़ से अधिक लोगों के शामिल होने से विश्व की सबसे लंबी शृंखला का रिकॉर्ड बनेगा. इससे यह स्पष्ट संदेश जायेगा कि पूरा बिहार नशामुक्ति के पक्ष में है और अब कोई भी इसके विरोध में नहीं है.
साथ ही दो नंबर के कारोबारियों को भी समझ में आ जायेगा कि अब उनको बचानेवाला कोई नहीं है. वे अंदर जायेंगे. गड़बड़ी करना बंद करो, बेहतर काम करना शुरू करो. उन्होंने लाेगों को हाथ उठा कर मानव शृंखला में शांतिपूर्वक शामिल होने का संकल्प दिलाया. साथ ही भीड़ में उत्साहित महिलाओं से कहा कि दिल्ली वाले आएं, तो नारा लगाना, हम तो साथ हइये हैं.
चार साल में सात निश्चयों के काम होंगे पूरे
मुख्यमंत्री ने कहा कि निश्चय यात्रा में घूम-घूम कर सात निश्चयों के काम को देख रहा हूं. इनमें चार निश्चय हर घर नल, शौचालय, पक्की गली और हर घर बिजली का कनेक्शन पंचायत व वार्ड स्तर पर क्रियान्वित हो रहे हैं. अगले चार वर्षों में सातों निश्चयाें के सभी स्कीम पूरा करेंगे.
किसी के पास गिड़गिड़ाये नहीं,
सीएम ने कहा कि थाना, जमीन, अतिक्रमण, बिजली बिल आदि से संबंधित कोई भी शिकायत हो, तो रोने-गिड़गिड़ाने की जरूरत नहीं है, लोक शिकायत केंद्र में आइए, वहां समस्या का समाधान हो जायेगा. हर अनुमंडल व जिले में संपूर्ण क्रांति दिवस (पांच जून) से लोक शिकायत केंद्र चालू हो गया है. इसमें दरखास दीजिए. सात-आठ दिनों के बाद तिथि पड़ती है. आवेदक को बुलाया जाता है. साथ ही जिसके खिलाफ शिकायत होती है, उसके अधिकारी आते हैं. लोक शिकायत निवारण अधिकारी आमने-सामने बैठा कर शिकायत का निराकरण करते हैं.
शराबबंदी से लोगों के बच रहे Rs 10,000 करोड़
सीएम ने कहा कि कुछ लोग शराबबंदी की आलोचना करते हैं. कहते हैं कि सरकार को पांच हजार करोड़ का नुकसान हो गया. लेकिन, महत्वपूर्ण है कि इससे लोगों के 10 हजार करोड़ रुपये सालाना बच रहे हैं. अब ये रुपये घर के काम में खर्च हो रहे हैं. दूध की खपत बढ़ गयी. मिठाई, कपड़े की बिक्री बढ़ गयी. सिलाई मशीन की बिक्री में 19% का इजाफा हुआ.
हाइकोर्ट ने दी मानव शृंखला की अनुमति
पटना हाइकोर्ट ने राज्य सरकार को शनिवार को मानव शृंखला आयोजित करने की अनुमति दे दी. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस सुधीर सिंह के कोर्ट में शुक्रवार को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और डीजीपी पीके ठाकुर सरकार की ओर से हलफनामा लेकर उपस्थित हुए.
दिन के 10:30 बजे कोर्ट की कार्यवाही शुरू होते ही दोनों अधिकारियों ने हलफनामा दायर कर कहा कि मानव शृंखला के दौरान कहीं से कोई गड़बड़ी नहीं होने देने की हम जिम्मेवारी लेते हैं. इस दौरान किसी भी रास्ते काे बंद नहीं किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि इसमें शामिल होने के लिए किसी पर भी दबाव नहीं बनाया जा रहा है. इसमें शामिल होनास्वैच्छिक है, अनिवार्य नहीं. नेशनल हाइवे और स्टेट हाइवे को भी पूरी तरह बंद नहीं किया जायेगा. इसके वैकल्पिक रास्ते भी खोले गये हैं. छठी कक्षा से नीचे के बच्चों को इसमें शामिल नहीं होने काे कहा गया है. कोर्ट ने मुख्य सचिव और डीजीपी की बातों को सुनने के बाद सरकार को मानव शृंखला की अनुमति दे दी. लेकिन, साथ यह भी कहा कि सरकार कहीं कोई गड़बड़ी नहीं होने दे. हमारी इस पर नजर रहेगी. कोर्ट इस मामले की 28 जनवरी को फिर सुनवाई करेगी.
आवागमन के लिए होंगे वैकल्पिक रास्ते : सीएस
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि शनिवार को मानव शृंखला के दौरान आम लोगों को कहीं आने-जाने में कोई परेशानी नहीं हाेगी. आवागमन चालू रखने के लिए वैकल्पिक रूट भी तैयार किये गये हैं. मानव शृंखला वाले रूट में भी आवश्यक सेवा के वाहनों का आना-जाना जारी रहेगा. शुक्रवार को पटना हाइकोर्ट में हलफनामा दायर करने के बाद पत्रकारों से उन्होंने कहा कि मानव शृंखला के दौरान सरकारी और रोगी के वाहनों के प्रवेश पर रोक नहीं होगी. मानव शृंखला वाले पथ में फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस व त्वरित इलाज की व्यवस्था की गयी है. सभी जब तक अपने घर लौट नहीं जाएं, तब तक मजिस्ट्रेट व प्रतिनियुक्त अधिकारी अपने तैनाती स्थल पर डटे रहेंगे.
अधिकतर दल समर्थन में
समर्थन : जदयू, राजद, कांग्रेस, भाजपा रालोसपा, लोजपा, राकांपा और भाकपा
विरोध : भाकपा माले, माकपा, हम, सपा और बसपा
प्रमुख नेता यहां रहेंगे
पटना : सीएम नीतीश कुमार, िडप्टी सीएम तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, अशोक चौधरी
सीवान : नित्यानंद राय, सुशील मोदी