वैशाली : बिहार में वैशाली के राजकीय अम्बेडकर छात्रावास की एक दसवीं कक्षा की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दिये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में अाया है. पुलिस ने रविवार को छात्रा का शव एससी-एसटी हॉस्टल के कैंपस से बरामद किया है. शव पर गहरे जख्म के निशान मिले हैं. पुलिस फिलहाल मामले की छानबीन में जुटी है.
वैशाली के एसपी राकेश कुमार ने बताया कि मामले में छानबीन की जा रही है. दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. वहीं, डीएम के आदेश पर चार डॉक्टरों का एक मेडिकल बोर्ड बनाया गया है. शुरूआती जांच में बताया जाता है कि छात्रा के अंदरूनी हिस्से में गहरी चोट लगी है और अधिक ब्लीडिंग से उसकी मौत हुयी है. पुलिस के अनुसार, अभी लड़की की मां का बयान दर्ज किये जाने के साथ ही एफआइआर दर्ज कराने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मृतक छात्रा की दो चचेरी बहनें इसी हॉस्टल में रहती हैं. शनिवार की रात वे तीनों साथ में थीं. मृतक छात्रा की मां का कहना है कि रात में टीचर ने बेटी को पानी देने के लिए बुलाया था. इसके बाद ही यह घटना हुयी. बता दें कि हॉस्टल में पांच महिला और पांच पुरुष टीचर हैं.
मालूम हो कि राजकीय अम्बेडकर छात्रावास का उद्घाटन अगस्त 2015 में किया गया था. करीब एक एकड़ में बना यह काफी बड़ा छात्रावास है. यहां पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर व छपरा समेत कई जिलों की लड़कियां रहती हैं. छात्राओं की कुल संख्या करीब 375 बतायी जा रही है. हॉस्टल की सुरक्षा में लापरवाही बरती जाने की भी चर्चा है. हॉस्टल की चहारदीवारी में दो जगहों पर जमीन में बड़ा गड्ढा किया गया है. गड्ढा ऐसा है कि इससे पार होकर कैंपस में प्रवेश किया जा सकता है.
हॉस्टल में चार गार्ड हैं. हालांकि रात में हुयी इस घटना के बारे में किसी को कुछ पता नहीं चला पाया. इधर, मृतक छात्रा की मां ने आरोप लगाया कि पहले भी हॉस्टल की लड़की गायब हुयी है. मां ने कहा, सीतामढ़ी की लड़की जब गायब हुयी थी तो कहा गया था कि लड़की प्रेम-प्रसंग में भाग गयी है.