पटना : पुलिस मुख्यालय ने सिपाही से लेकर दारोगा तक को प्रोन्नति देने की कवायद शुरू कर दी है. इसके तहत सिपाही को एएसआइ रैंक में, एएसआइ को दारोगा और दारोगा को इंस्पेक्टर रैंक में प्रोन्नति देने के लिए पुलिस मुख्यालय ने तीन स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है.
इन तीनों कमेटी का गठन तीन अलग-अलग डीआइजी के नेतृत्व में किया गया है. प्रत्येक कमेटी में दो-दो एसपी को भी रखा गया है. सीआइडी के डीआइजी बिनोद कुमार चौधरी, रेल डीआइजी मंजू झा और डीआइजी (सिक्योरिटी) बिनोद कुमार के नेतृत्व में स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया गया है. इस कमेटी ने प्रोन्नति के लिए उपर्युक्त तमाम पुलिस कर्मियों के पीएआर (परफॉरमेंस एनुएल रिपोर्ट) और सर्विस बुक की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है. जो कर्मी हर पहलू पर पूरी तरह से खरी उतरेंगे, उन्हें ही संबंधित रैंक में प्रोन्नति प्रदान की जायेगी. प्राप्त सूचना के अनुसार, फरवरी के अंत से इनकी प्रोन्नति देने का सिलसिला सिलसिलेबार तरीके से शुरू होने की संभावना है.
पांच हजार पुलिसकर्मियों को दी गयी थी प्रोन्नति
सिपाही से एएसआइ रैंक में प्रोन्नति के लिए 2500 पद खाली पड़े हैं. इसी तरह एएसआइ से एसआइ में 1500 और एसआइ से इंस्पेक्टर रैंक में 150 पदों पर कर्मियों को प्रोन्नति दी जायेगी. इससे पहले अगस्त 2016 में पांच हजार पुलिसकर्मियों को प्रोन्नति दी गयी थी. इसमें सिपाही से लेकर डीएसपी रैंक तक के पुलिसकर्मियों को प्रोन्नति प्रदान की गयी थी. इसके बाद भी करीब चार हजार से कुछ ज्यादा बैकलॉग के पद खाली रह गये थे. इन्हें भरने की प्रक्रिया शुरू फिर से शुरू हो गयी है. इन खाली पदों को भरने के बाद बैकलॉग के सभी पद भर जायेंगे और आगामी वर्ष से जैसे-जैसे जिस रैंक में पद खाली होते जायेंगे, वैसे-वैसे वे भरते जायेंगे.