पटना : बिहार की राजधानी पटना स्थित जगदेव पथ के पास बदमाशों ने रिटायर्ड आइएएस शिवपूजन सिंह के पचास साल के बेटे अविनाश सिंह को गोलियों से भुन दिया. रूपसपुर थाना के आरा गार्डन में स्थित दुकान बंद कर घर लौटने के दौरान अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने गंभीर हालत में अविनाश सिंह को इलाज के लिए पारस हॉस्पिटल ले गयी. जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.
हालांकि पुलिस ने गोली मारने की घटना से इनकार करते हुए दुर्घटना और मारपीट की बात ही बता रही है. जबकि स्थानीय लोगों की माने तो अपराधियों ने व्यापारी अविनाश सिंह पर दो गोली चलायी. मृतक अविनाश सिंह के चेहरे पर गंभीर चोट के निशान देखे गये हैं. शरीर के अन्य हिस्सों में चोट के निशान नही थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट होने की बात पुलिस बता रही है. सूचना मिलते ही मजिस्ट्रेट कॉलोनी स्थित मृतक के घर कोहराम मच गया. रोते बिलखते परिजन पारस अस्पताल पहुंचे जहां कोई भी कुछ बता पाने की स्थिती में नही था.
जानकारी के मुताबिक जगदेव पथ स्थित अमनदीप अपार्टमेंट में श्री कृष्णा इंटरप्रईजेज दुकान बंद कर मजिस्ट्रेट कॉलोनी निवासी सेवानिवृत आइएएस शिवपूजन सिह के बेटे अविनाश अपनी बाइक से घर जाने के लिए निकले थे. इसी बीच उन्हें अपराधियों ने चेहरे में दो गोलियां मारी और वे वहीं गिरकर छटपटाने लगे. सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने घायलावस्था में उन्हें तत्काल राजाबाजार एक निजी अस्पताल मे भती कराया. जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
घटना के बाद पुलिस अबतक गोली मारने की घटना से इनकार करती रही. जबकि लोगों ने गोली चलने की आवाज सुनने की बात कही. पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा की व्यापारी को गोली मार हत्या की गयी या किसी वाहन के दुर्घटना का शिकार हो गये. पुलिस मारपीट की आशंका भी जता रही है. मृतक के चेहरे पर चोट के गंभीर निशान खून सने थे. जिससे सस्पेंस बरकरार है की हत्या गोली लगने से हुयी या मामला कुछ और है.
रूपसपुर थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि दुकानदार को गोली नही मारी गयी है. घायल को मुंह मे गंभीर चोट लगी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही तस्वीर साफ होगा. फिलहाल पुलिस मामले की हर पहलू को ध्यान में रखकर छानबीन में जुटी है.