उत्तरी कश्मीर के बारामूला में शनिवार को उस वक्त एक बड़ी आतंकवादी वारदात को टाल दिया गया जब सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो प्रमुख आतंकवादियों को मार गिराया.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि यहां से 50 किलोमीटर दूर सोपोर के अमरगढ़ गांव में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में पुलिस अधीक्षक (अभियान) शफाकत हुसैन और उप निरीक्षक मोहम्मद मुर्तजा भी घायल हो गए. पुलिस को पता चला था कि दो आतंकवादी एक गाड़ी में सफर कर रहे हैं, इसके बाद पुलिस ने आतंकवादियों को रोकने की कोशिश की जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई.
‘खुफिया सूचना मिली थी कि आतंकवादी एक गाड़ी में सफर कर रहे हैं और सोपोर इलाके में आतंकी घटना को अंजाम देने की तैयारी में हैं. पुलिस और सुरक्षा बल फौरन हरकत में आए और सोपोर के अमरगढ़ में उन्हें रोक लिया. प्रवक्ता ने कहा कि जब उन्हें चुनौती दी गई तो आतंकवादियों ने पुलिस बल पर हथगोला फेंक दिया जिसमें एसपी (अभियान) बारामूला और एक उपनिरीक्षक घायल हो गए.
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए. उन्होंने कहा कि मुठभेड़ वाली जगह से दो एके राइफल, एक पिस्टल, चार हथगोले और गोलाबारूद बरामद किया गया. प्रवक्ता ने कहा कि इन आतंकवादियो के मारे जाने से इलाके में बड़ी आतंकी वारदात को टाला गया. इस बीच हिजबुल मुजाहिद्दीन ने मारे गए आतंकवादियों की पहचान अजहरूद्दीन उर्फ गाजी उमर और साजद अहमद उर्फ बाबर के तौर पर की है. दोनों स्थानीय आतंकवादी थे और पिछले कुछ समय से सक्रिय थे.
हिज्बुल ने दोनों आतंकवादियों के मुठभेड़ में मारे जाने को बड़ा नुकसान बताया और कहा कि अजहरूद्दीन पेशे से लेक्चरर था और सरकारी नौकरी छोड़कर संगठन में शामिल हुआ था.