बगहा (बिहार). रामनगर थाना के मुड़ेरा टांड़ टोला में 12 वर्षीया तबस्सुम की जान उसके पिता ने ही गंड़ासे का वार कर ले ली। बेटी की जान लेने के बाद तूफानी पुलिस के पास भी पहुंच गया और कहा कि उसकी बेटी को उसके भाई ने मार डाला। भाई के अलावा उसकी पत्नी व पुत्रवधु पर उसने एफआईआर दर्ज करा दी थी।
पुलिस ने हत्या के आरोप में बच्ची के चाचा को गिरफ्तार कर लिया था। पर इसके बाद सच्चाई छिपी नहीं रह सकी। पुलिस को पता चल गया कि तबस्सुम की हत्या उसके पिता तूफानी ने ही की है। वो भी गंड़ासे से काट कर। सरकारी जमीन के लिए हुई आपसी तकरार के बाद तबस्सुम की हत्या कर डाली गई थी। तबस्सुम के पिता तूफानी व चाचा गफ्फार के बीच सरकारी जमीन के एक छोटे से टुकड़े पर दखल के लिए विवाद हुआ था।
इसके बाद तूफानी ने भाई गफ्फार को हत्याकांड में फंसाने की साजिश रच डाली। खेत पर सब्जी तोड़ रही तबस्सुम की गंड़ासे से वार कर हत्या कर दी और थाने पहुंच गया एफआईआर दर्ज कराने। हालांकि आरंभिक चरण में तूफानी को अपनी साजिश में कामयाबी मिलती दिखी। उसके बयान पर गफ्फार को हत्याकांड का मुख्य आरोपी करार देते हुए गफ्फार की पत्नी व पुत्रवधु के खिलाफ प्राथमिकी पुलिस ने दर्ज कर ली।
इसी दौरान पुलिस को अहम सुराग हाथ लग गये। तूफानी से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने कबूल कर लिया कि भाई को फंसाने के लिए हत्या उसी ने की। रामनगर एसडीपीओ मनीष कुमार ने बताया कि खुलासा होने के बाद तूफानी की निशानदेही पर वह गंड़ासा भी बरामद कर लिया गया है, जिससे वार कर उसने अपनी ही बेटी को मौत की नींद सुला डाला था। पर दांव उल्टा पड़ गया। उसे जेल भेज दिया गया।