नयी दिल्ली : नोटबंदी को लेकर बार-बार नियम बदलने के सवाल पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा है कि भ्रष्टाचारियों को सबक सिखाने के लिए नियम बार-बार बदले गये. इंडिया टुडे को दिये साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि ‘ तू डाल-डाल तो मैं पात -पात’. प्रधानमंत्री ने कहा कि नोटबंदी के फैसले को कई लोगों ने परास्त करने की कोशिश की थी उन्हें घेर कर उनकी कोशिश को नकाम किया जाये.
इंडिया टुडे के मैनेजिंग एडिटर राज चेंगप्पा को दिये इंटरव्यू में पीएम मोदी ने नोटबंदी के फैसले को सही ठहराया. उन्होंने कहा कि 500 व 1000 कोे नोटों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किसी तात्कालिक फायदे के लिए नहीं बल्कि दीर्घकालिक सकरात्मक बदलाव के लिए किया गया है. पीएम ने कहा कि अगर हमारी नीयत सही है तो किसी की आलोचना की चिंता नहीं करना चाहिए. जल्द ही परिणाम दिखेंगे. मैं कोई निजी हित नहीं चाहता हूं.
मनमोहन सिंह के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा
नोटबंदी के लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के तीखी आलोचना पर पलटवार करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह पिछले 45 साल से देश की अर्थव्यवस्था से जुड़े हुए हैं लेकिन अपने शासनकाल में उन्होंने कुप्रबंधन का नया रिकार्ड बनाया. मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते 2 जी, कोल व कॉमनवेल्थ स्कैम हुए, वहीं इसके उलट नोटबंदी भ्रष्टाचार के खिलाफ अप्रत्याशित चोट है.
एक -एक पैसे का रहेगा हिसाब
जब पैसा बैंकों में वापस आयेगा, तो हर पैसे का हिसाब रखा जायेगा. कालेधन वाले दूसरे के खातों में ब्लैकमनी को छिपाने की कोशिश कर रहे होंगे. जल्द ही सरकार एक व्यवस्था विकसित करेगी जिसके तहत कालेधन को रोकने की व्यवस्था की जायेगी.
पहले आयकर विभाग अंधेरे में तीर चलाते थे. अब लोग स्वयं आकर अपना पैसा जमा करवायेगी. लक्ष्य है कि ईमानदार आयकर भुगतान करने वाले परेशान नहीं हो. अगर कोई अफसर ईमानदार इनकम टैक्स चुकाने वाले को परेशान करता हो तो उसे दंडित किया जायेगा. मेरी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस है.
डिजीटल ट्रांजेक्शन
डिजीटल ट्रांजेक्शन सिर्फ छोटे अवधि के लिए नहीं है. मेरा यह उद्देश्य नहीं है. डिजीटल ट्रांजेक्शन के कई फायदे है. फार्मल इकोनॉमी के साउज व अकाउंटिग का पता लगाने का सही तरीका है. यह पैसे को ज्यादा सुरक्षा व सुविधा प्रदान करता है. इस व्यवस्था के तहत टैक्स की चोरी रुकेगी. लंबे समय में यह अर्थव्यवस्था में मौजूदा काले कारनामे की सफाई करेंगे.
राजनीति में कालेधन
राजनीति में कालेधन को लेकर मैं पहले से ही कह रहा हूं. राजनीतिक दलों के फंडिग पर संसद में चर्चा हो. बार-बार के चुनाव से भी देश को बहुत नुकसान होता है. गर्वनेंस पर बुरा प्रभाव पड़ता है.