कराची : पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उनके बेटे एवं पीपीपी अध्यक्ष बिलावल ने भ्रष्टाचार और आतंकवाद को बढावा देने को लेकर नवाज शरीफ सरकार पर आज हमला बोला. पिता-पुत्र ने कहा कि वे मौजूदा संसद में प्रवेश पाने के लिए चुनाव लड़ेंगे. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के 61 वर्षीय सह अध्यक्ष ने 18 महीने के स्व निर्वासन से लौटने के बाद अपनी पहली बड़ी सार्वजनिक उपस्थिति में कहा कि वह नवाबशाह से चुनाव लड़ेंगे, जबकि बिलावल सिंध प्रांत के लरकाना से चुनाव लड़ेंगे.
यह घटनाक्रम देश के राजनीतिक परिदृश्य को बहुत हद तक प्रभावित कर सकता है. पीपीपी समर्थकों की एक उत्साहित भीड़ को संबोधित करते हुए पिता-पुत्र ने पनामा पेपर्स और आतंकवाद सहित विभिन्न मुद्दों पर सरकार पर हमला बोला. जरदारी ने भारत के प्रधानमंत्री के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध रखने को लेकर भी प्रधानमंत्री शरीफ की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘मियां साहिब क्या आपने कश्मीर के बच्चों के बारे में कभी सोचा है कि वे क्या महसूस करते हैं जब आप नरेंद्र मोदी के साथ भोजन करते हैं.’
जरदारी ने अपनी पत्नी बेनजरी भुट्टो की नौवीं बरसी के मौके पर गढी खुदा बख्श गांव में कहा, ‘‘हमने पाकिस्तान को बचाने के लिए लोकतंत्र और राजनीति की खातिर बहुत कुर्बानी दी है, हम इस मुगल शासक (शरीफ) को शासन नहीं करने देंगे.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको अपदस्थ करने संसद नहीं आ रहा, हमारा इरादा आपको सिर्फ कुछ चीजें सिखाना है, आपसे राष्ट्रीय मुद्दों पर मशविरा करना है. हमने तानाशाहों से लड़ा है लेकिन सेना के खिलाफ कभी अपनी आवाज मुखर नहीं की.‘‘