पटना : बिहार की राजधानी पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे एमबीबीएस छात्रों ने शनिवार को मुन्नाभाई की भूमिका में सड़कों पर उतर आये. उन्होंने अपनी गुंडागर्दी का प्रदर्शन करते हुए संस्थान के परिसर में ही पुलिस और नर्सिंग की छात्राओं को दौड़ा-दौड़ाकर पिटाई कर दी. इसमें कई छात्राओं को गंभीर रूप से घायल हो गयी हैं.
पुलिस के अनुसार, दो दिन पहले जब नर्सिंग की छात्राएं ट्रेनिंग लेकर मनेर से लौट रही थीं, तो एमबीबीएस के छात्रों ने बस में उनके साथ दुर्व्यवहार किया था. इस घटना के बाद से ही नर्सिंग की छात्राएं लगातार दो दिनों से प्रशासनिक अधिकारियों से आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रही थीं. हालांकि, कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया, जिसमें दोनों पक्षों से छात्र-छात्राओं को बुलाया गया.सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा गठित समिति की बैठक शुरू होने से पहले ही एमबीबीएस के छात्रों ने गोलबंदी कर नर्सिंग की छात्राओं की चप्पल, जूते और बेल्ट से पिटाई शुरू कर दी. इसके बाद कॉलेज परिसर में भगदड़ मच गयी. एमबीबीएस के छात्र इतने से भी नहीं माने और उन छात्राओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने लगे. इसमें कई छात्राओं को गंभीर चोटें आयी.घटना की सूचना मिलते ही दानापुर, सचिवालय, कोतवाली डीएसपी समेत छह थाने की पुलिस समेत करीब दो सौ जवानों को आईजीआईएमएस परिसर में तैनात कर दिया गया. इसके बाद नर्सिंग छात्राएं प्रशासनिक ब्लॉक के बाहर धरना पर बैठ गयीं. छात्राओं का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन और पुलिस की लापरवाही के कारण लगातार ये घटनाएं हो रही है, अब सभी छात्राएं इंसाफ की मांग करने पर डटी है. नर्सिंग छात्राओं के समर्थन में अस्पताल की सभी नर्सें भी कार्य बहिष्कार कर दी है और हंगामा कर रही है. घायल छात्राओं को मेडिकल के लिए शास्त्रीनगर अस्पताल भेजा गया है. वहीं, अब तक आरोपी छात्रों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.