मुरादाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जब उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में परिवर्तन रैली को संबोधित करते के लिए मंच पर आये, तो उनके तेवर काफी आक्रामक थे. उन्हें नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष के हमले का करारा जवाब देते हुए कहा कि अगर मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा हूं तो क्या मैं गुनाहगार हो गया हूं. क्या मुझे देश से भ्रष्टाचार को मिटाने के प्रयास नहीं करने चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ भ्रष्टाचार को मिटाना ही नहीं चाहता बल्कि यह भी चाहता हूं कि इसके लिए देश में सारे दरवाजे बंद हो जायें.
उन्होंने कहा कि मैं इस कोशिश में लगा हूं कि जनधन एकाउंट में जो पैसे गैरकानूनी ढंग से डाले गये हैं, उन्हें डालने वाले जेल जायें और पैसा गरीबों को मिल जाये. यह गरीबों पर कोई एहसान नहीं होगा, क्योंकि यह पैसा उन्हीं का है गरीबों का ही है.
मोदी ने कहा कि देश से भ्रष्टाचार का खात्मा करना जरूरी है. लेकिन जब मैंने इसके खिलाफ लड़ाई शुरू की है, तो लोग मुझे गुनाहगार ठहरा रहे हैं. क्या मेरा अपराध यह है कि मैंने गरीबों को उनका हक दिलाने की कोशिश की है. उन्होंने जोर देकर कहा कि मुझे दोषी ठहराने वाले मेरा क्या कर सकते हैं? मैं तो फकीर आदमी हूं अपना झोला उठाकर चल दूंगा. लेकिन मैं गरीबों का हक उन्हें दिलाकर रहूंगा. नोटबंदी के कारण कालेधन वाले परेशान हैं. बैंकों के सामने कतार लगाने वाला ईमानदार है, बेईमान तो परेशान है. मोदी ने कहा कि नोटबंदी के कारण आम जनता को जो परेशानी हुई है और जिस तरह से आपने सरकार को सहयोग दिया है, मैं उसे बेकार नहीं जाने दूंगा. ईमानदारी के साथ जो कुछ भी हो सकता है मैं आपके लिए करूंगा.