राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ आक्रामक बयान को लेकर पहली बार पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद के परिवार की नाराजगी सामने आयी है.
रघुवंश की बयानबाजी के बीच बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने रघुवंश के बयान को फूहड़ बताया तो डिप्टी सीएम तेजस्वी ने उनके खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिये.
राबड़ी ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह का बयान फ़ूहड़ है और उन्हें ऐसे बयान नहीं देने चाहिये. राबड़ी ने बयानबाजी को लेकर जदयू नेताओं को भी बयान न देने की सलाह दी है.
बीजेपी के नीतीश कुमार के सॉफ्ट कार्नर वाले बयान पर राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार नहीं बल्कि बिहार में बीजेपी पीड़ा में है क्योंकि वो सत्ता में नहीं है. राबड़ी ने कहा कि बीजेपी और उसके कुछ नेता सुशील मोदी और मंगल पांडेय जैसे नेताओं को सत्ता की पीड़ा है.
उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन मजबूत है जो कि किसी भी कीमत पर नहीं टूटेगा. मालूम हो कि रघुवंश प्रसाद सिंह सीएम नीतीश कुमार पर यूपी चुनाव के दौरान से ही लगातार हमलावर हैं.
दूसरी ओर तेजस्वी भी रघुवंश की बयानबाजी से पूरी तरह नाखुश दिखे. तेजस्वी यादव ने रघुवंश प्रसाद को दो टूक में कहा कि उनके बयान को पार्टी सपोर्ट नहीं करती. वो ऐसे बयान न दें नहीं तो उन पर कारवाई संभव है.
तेजस्वी ने कहा कि रघुवंश प्रसाद के बयान से बीजेपी को फ़ायदा पहुंच रहा है. अगर बात बढ़ेगी तो उम्मीद है राष्ट्रीय अध्यक्ष उन पर जरूर कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि महागठबंधन अटूट है बीजेपी जिस फिराक में है सफल वो नहीं हो पाएंगे. बीजेपी बिहार में कभी नहीं आएगी वो सपना देखते रहें
मालूम हो कि रघुवंश प्रसाद के बयानों को लेकर महागठबंधन के नेताओं में लगातार वार जारी है. वैशाली के महनार में उन्होंने कहा था कि यूपी चुनाव में मौन रह कर और केंद्र की नोटबंदी अभियान का समर्थन कर नीतीश कुमार ने महागठबंधन धर्म पालन नहीं किया है बल्कि भाजपा का समर्थन किया है जिसके चलते भाजपा की यूपी में अपार जीत हुई है.
उन्होंने यह भी कहा कि जब इसे लेकर सवाल उठाया जा रहा है तो नीतीश कुमार अपने पार्टी प्रवक्ताओं से मुझे गाली दिलवाते हैं.