पटना : यूपी चुनाव और नोटबंदी के मुद्दे पर बिहार में सियासी पारा चढ़ने लगा है. इन दोनों मामलों पर बिहार के मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के खिलाफ पार्टी के भीतर और महागठबंधन में शामिल प्रमुख घटक दल कांग्रेस की ओर से आवाज उठने लगी है. एक तरफ जहां बिहार में जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने नीतीश कुमार से नोटबंदी पर केंद्र के समर्थन पर फिर से विचार करने की अपील की है.
सलाहकारों पर जल्द करें कार्रवाई, नहीं तो नीतीश का नाश होना तय : सतीश कुमार
प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार ने नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपने सलाहकारों पर जल्द कार्रवाई करनी चाहिए, नहीं तो उनका नाश होना तय है. दरअसल, नोटबंदी के मुद्दे पर पीएम मोदी काे जदयू का समर्थन और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी के शामिल नहीं होने के निर्णय से सतीश कुमार नाराज चल रहे हैं. इसी कड़ी में आज उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है. सतीश कुमार ने सवाल करते हुए कहा कि नोटबंदी पर नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को क्यों समर्थन किया. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर समर्थन दिये जाने से पार्टी की छवि काे नुकसान पहुंचने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.
साथ ही यूपी विधानसभा चुनाव में जदयू के शामिल नहीं होने के निर्णय पर सतीश कुमार ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस मामले में गंभीरता से विचार करना चाहिए था. सतीश कुमार ने इन मामलों में नीतीश कुमार को सलाह देने वालों पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि जल्द ही ऐसा नहीं किया गया तो जदयू का विनाश तय है.
बजट पर नाराज, बावजूद नोटबंदी पर अभी और वक्त देने की कर रहे हैं बात : प्रेमचंद्र
वहीं कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने नीतीश कुमार से नोटबंदी पर केंद्र के समर्थन पर फिर से विचार करने की अपील करते हुए कहा कि बजट में बिहार की अनदेखी से एक तरफ जहां उन्होंने नाराजगी जाहिर की है. जबकि नोटबंदी पर अभी और वक्त देने की बात कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के मामले पर एक ओर जहां महागठबंधन में शामिल कांग्रेस व राजद जमकर विरोध करते दिखे वहीं जदयू ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर पीएम मोदी को समर्थन देने का ऐलान किया था. हालांकि जदयू ने नोटबंदी के फैसले को लेकर समीक्षा की बात करते हुए मोदी सरकार से कई सवाल भी पूछा है. साथ ही जदयू ने यूपी चुनाव में शामिल नहीं होने का निर्णय भी लिया है. जिसको लेकर सियासी चर्चा जारी है.