बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि हाल के दिनों में नीतीश कुमार ने जिस तरह के बयान दिये है, इससे साफ संदेश जाता है कि वो पीएम मोदी के साथ मिलकर काम करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
मांझी ने कहा कि हाल के दिनों में जिस तरह नीतीश कुमार नोटबंदी का समर्थन कर रहे हैं और यूपी चुनाव से अपने कदम पीछे हटाकर अपरोक्ष रूप से बीजेपी को मदद कर रहे हैं, आने वाले दिनों में नीतीश एनडीए में शामिल हो सकते हैं.
ईटीवी से बात करते हुए पूर्व सीएम मांझी ने कहा कि अगर नीतीश एनडीए में आते हैं तो उनका हम भी स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरा व्यक्तिगत राय है कि बदली परिस्थतियों में सीएम नीतीश और पीएम मोदी के बीच दूरियां कम हो रही है.
इसके अलावा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का दर्द एक बार फिर सामने आया है. पहले एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस और अब जीतन राम मांझी ने माना है कि बीजेपी अपने सहयोगियों को तरजीह नहीं देती. खासकर मांझी के निशाने पर बिहार बीजेपी है.
मांझी ने यह भी कहा कि अगर बीजेपी यूपी में उनका उपयोग प्रचार के लिए करती तो मायावती का वोट कटता और बीजेपी को फायदा होता लेकिन शायद बीजेपी उनको कमजोर समझती है. उन्होंने कहा कि यूपी में 20-21 फीसदी दलित वोटों में 11 फीसदी वोटर मायवाती के साथ हैं. लेकिन हमलोगों के प्रयास से बाकी दलित वोटरों को एनडीए के साथ जोड़ा जा सकता था लेकिन भाजपा की रणनीति का पता नहीं चल रहा है.